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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई PM की नीतियों का संसद में की गई निंदा

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की बुधवार को आधिकारिक रूप से संसद ने निंदा की, जब उन्होंने पद पर रहते हुए गुप्त रूप से खुद को पांच मंत्रिस्तरीय विभागों में नियुक्त किया. निंदा प्रस्ताव संसद के एक सांसद के औपचारिक रूप से अस्वीकृत करने का तरीका है और कक्ष में एक वोट द्वारा तय किया जाता है. उनका उपयोग पूरी पार्टी, आमतौर पर विपक्ष या किसी भी सदन में बैठे व्यक्ति की निंदा करने के लिए किया जा सकता है.

Updated on: 30 Nov 2022, 09:37 PM

कैनबरा:

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की बुधवार को आधिकारिक रूप से संसद ने निंदा की, जब उन्होंने पद पर रहते हुए गुप्त रूप से खुद को पांच मंत्रिस्तरीय विभागों में नियुक्त किया. निंदा प्रस्ताव संसद के एक सांसद के औपचारिक रूप से अस्वीकृत करने का तरीका है और कक्ष में एक वोट द्वारा तय किया जाता है. उनका उपयोग पूरी पार्टी, आमतौर पर विपक्ष या किसी भी सदन में बैठे व्यक्ति की निंदा करने के लिए किया जा सकता है.

एसबीएस न्यूज ने बताया कि निंदा मत से पहले, मॉरिसन ने माफी मांगने से इनकार कर दिया, यह कहते हुए कि आलोचना शांति की दृष्टि में की जा रही है. उन्होंने इस कदम को विरोधियों द्वारा प्रतिशोध भी कहा. ऑस्ट्रेलिया में यह पहली बार है कि किसी पूर्व प्रधानमंत्री को प्रतिनिधि सभा द्वारा निंदा की गई.

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, मॉरिसन के जल्द ही हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव चैंबर छोड़ने के बाद, प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती की नियुक्तियां निरंकुशता की ओर फिसलन ढलान थीं. उन्होंने कहा, मॉरिसन को ऑस्ट्रेलियाई लोगों से माफी मांगनी चाहिए, तथ्य यह है कि हमारा लोकतंत्र कीमती है. शालीनता के लिए कोई जगह नहीं है. जनता को कुछ ऐसा नहीं पता था जिसे जानने का वह हकदार था.

बुधवार का विकास अगस्त में सामने आने के बाद आया है कि मॉरिसन स्वास्थ्य, वित्त, राजकोष, गृह मामलों और संसाधनों के संयुक्त मंत्री बन गए थे. अधिकांश मंत्री कथित तौर पर अनजान थे कि वे मॉरिसन के साथ विभागों को साझा कर रहे थे और करीबी सहयोगियों सहित उनकी व्यापक रूप से आलोचना की गई थी.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.