Corona उत्पत्ति पर फिर चीन घिरा, वुहान सी-फूड मार्केट का था पहला मरीज
Corona उत्पत्ति में फिर चीन घिरा, वुहान सी-फूड मार्केट का था पहला मरीज
highlights
- पहले कहा गया कि एक अकाउंटेंट था कोरोना का पेशेंट जीरो
- अब वुहान की सी-फूड मार्केट का वेंडर निकला पहला संक्रमित
- कोरोना की उत्पत्ति की जांच में आया नया मोड़, चीन कठघरे में
वॉशिंगटन:
दुनिया भर को अपने कहर की चपेट में लेने वाले कोरोना वायरस (Corona Virus) की उत्पत्ति की जांच में एक नया मोड़ आया है. अमेरिका-ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देश कोरोना संक्रमण के लिए चीन (China) को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. हालांकि चीन इस पर सख्त आपत्ति दर्ज कराता आ रहा है. यही नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की टीम को पारदर्शी जांच करने से भी रोकता रहा, जो कि भारी दबाव के बाद बनाई गई थी. अब एक अमेरिकी शोध ने फिर चीन को कठघरे में खड़ा किया है. इस शोध के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पहला मरीज वुहान (Wuhan) सी-फूड मार्केट से ही मिला था. यह शोध पहले की उस जानकारी को गलत ठहरा रहा है, जिसमें कहा गया था कि कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण का पहला मरीज एक अकाउंटेंट था.
वुहान का वेंडर थी कोरोना का पेशेंट जीरो
इस शोध के मुताबिक कोरोना महामारी का पहला मरीज वुहान के सी-फूड मार्केट का एक वेंडर था. चिकित्सकीय भाषा में किसी बीमारी के पहले मरीज को पेशेंट जीरो भी कहते हैं. इस कड़ी में कोरोना महामारी की शुरुआत से ही पेशेंट जीरो पर कई तरह के शोध सामने आ चुके हैं. माना जाता रहा है कि कोरोना संक्रमण की शुरुआत वुहान से हुई थी. इसी वजह से शुरुआती दिनों में कोविड-19 को वुहान वायरस भी कहा गया. इस पर चीन की कड़ी आपत्ति के बाद इसका वैज्ञानिक नामकरण सॉर्स कोव-2 किया गया. Corona उत्पत्ति में फिर चीन घिरा, वुहान सी-फूड मार्केट का था पहला मरीज चीन की वुहान वायरोलॉजी लैब संदेह के सबसे ज्यादा घेरे में रही.
यह भी पढ़ेंः द्विपक्षीय संबंधों में खराब दौर से गुजर रहे हैं भारत-चीन : एस जयशंकर
फिर से तेज होगी कोरोना उत्पत्ति पर बहस
अब साइंस जर्नल में प्रकाशित यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के प्रोफेसर माइकल वोरोबी के शोध में कहा गया है अकाउंटेंट को कोरोना का पहला मरीज बताया गया, जिसका केस 16 दिसंबर 2019 को सामने आया था. शोध कहता है कि इससे पहले वुहान के सी-फूड मार्केट में एक वेंडर में कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले थे. जाहिर है इस नई शोध के बाद कोरोना के पेशेंट जीरो पर बहस तेज हो जाएगी. गौरतलब है कि इस वक्त यूरोपीय देश समेत खुद चीन भी कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान है. कई यूरोपीय देशों समेत चीन में भी सख्त लॉकडाउन फिर से लगाए जा रहे हैं.
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