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भारत के दुश्‍मन पाकिस्‍तानी संगठनों को बर्दाश्‍त नहीं करता बहरीन

मोदी वैश्विक मंच पर पाकिस्तान (Pakistan) को अलग-थलग करने के बाद अब इस्लामिक देशों की यात्रा पर हैं.

Updated on: 25 Aug 2019, 03:03 PM

नई दिल्‍ली:

मोदी वैश्विक मंच पर पाकिस्तान (Pakistan) को अलग-थलग करने के बाद अब इस्लामिक देशों की यात्रा पर हैं. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi)भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्‍होंने बहरीन के दौरे पर हैं. जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटाने के बाद मोदी की यह यात्रा और भी अहम है. पाकिस्तान (Pakistan) इस्‍लामिक देशों के सहयोग संगठन (OIC) पर अपनी मज़बूत पकड़ होने का दावा करता है लेकिन, इसके भी कुछ देश भारत के साथ हैं. इनमें यूएई, बहरीन, सऊदी अरब शामिल हैं. 

बहरीन की बात करें तो जम्‍मू कश्‍मीर के मसले पर वह भी पाकिस्तान (Pakistan) से अलग सोच रखता है. यही वजह है कि ईद के दिन बहरीन की सरकार ने वहां पर भारत के खिलाफ बयानबाजी करने वाले पाकिस्तान (Pakistan) संगठनों और लोगों को प्रतिबंधित कर दिया था. इतना ही नहीं बहरीन के आंतरिक मंत्रालय ने इन लोगों पर मामला भी दर्ज किया जिन्‍होंने भारत के खिलाफ नारेबाजी की थी.

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बहरीन न सिर्फ भारत का करीबी सहयोगी देश है बल्कि वह ओआईसी का ऐसा देश भी है जो भारत की सुरक्षा परिषद में स्‍थायी सीट का समर्थन करता रहा है. वहीं भारत 2026-27 के लिए संयुक्‍त राष्‍ट्र में अस्‍थायी सीट के लिए बहरीन का समर्थन कर रहा है.

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बहरीन बहुत पहले से ही भारत को अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय का अहम देश बताता रहा है. इतना ही वह इस बात को मुखर रूप से कहता रहा है कि भारत विभिन्‍न अंतरराष्‍ट्रीय मसलों को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है. बहरीन और भारत के मजबूत रिश्‍तों को इस बात से भी समझा जा सकता है कि ईरान पर बढ़ते प्रतिबंधों और इसके चलते आई समस्‍याओं के निदान के लिए बहरीन के क्राउन प्रिंस ने भारत से मामले को सुलझाने की अपील तक की थी.