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PM इमरान से खफा है सेना-सत्तापक्ष और विपक्ष,कल दे सकते हैं इस्तीफा

गिरफ्तारी की संभावना के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को ही इस्लामाबाद में होने वाली सार्वजनिक रैली में इस्तीफा दे सकते हैं.

Updated on: 26 Mar 2022, 11:28 PM

नई दिल्ली:

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं. विपक्ष की घेराबंदी, सेना का अविश्वास के साथ ही उनके अपने दल के सांसद भी उनसे खफा है. पीएम इमरान खान और उनके सहयोगियों पर पाकिस्तान चुनाव आयोग की नजर भी टेड़ी है. सबसे ज्यादा संकट विदेशी फंडिंग को लेकर हैं. ऐसा कहा जा रहा है विदेशी फंडिंग मामले में सोमवार को इमरान खान की गिरफ्तारी भी हो सकती है. गिरफ्तारी की संभावना के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रविवार को ही इस्लामाबाद में होने वाली सार्वजनिक रैली में इस्तीफा दे सकते हैं. सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि रैली में वह जल्द चुनाव की घोषणा करने के साथ ही कार्यवाहक सरकार की मांग कर सकते हैं.

सूत्रों ने कहा कि सेना ने भी सोशल मीडिया अभियान के माध्यम से सेना को विभाजित करने के इमरान खान के कथित प्रयासों और 2019 में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के कार्यकाल के विस्तार में जानबूझकर देरी के कारण उन पर विश्वास खो दिया है.

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बीते 23 मार्च को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि वह किसी भी कीमत पर इस्तीफा नहीं देंगे. हालांकि, सत्तारूढ़ गठबंधन के कम से कम तीन सहयोगियों ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उनकी सरकार के खिलाफ मतदान करने का संकेत दिया है, जो इस महीने के अंत में संसद में चर्चा के लिए आएगा. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय में अविश्वास प्रस्ताव को नोटिस दिया था, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता एवं प्रधानमंत्री खान के नेतृत्व वाली सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.

342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में, इमरान खान की पीटीआई को सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सदस्यों की जरूरत है. सत्तारूढ़ पीटीआई के लगभग दो दर्जन असंतुष्ट विधायक खान के खिलाफ मतदान से पहले खुलकर सामने आ गए हैं, जिसके बाद सरकार ने विपक्ष पर सांसदों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है.

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र शुक्रवार (25 मार्च) को प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये बिना ही स्थगित कर दिया गया. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम चार बजे तक के लिये स्थगित किया जाता है.