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Gold Price: आखिर क्यों चीन धुआंधार कर रहा सोने की खरीदारी? जानें इसके पीछे की रणनीति 

Gold Price: सोने की अग्रेसिव बाइंग होने की वजह से आने वाले समय में कीमतों पर नियंत्रण चीन के हाथ में जा सकता है.

Updated on: 06 May 2024, 09:12 PM

नई दिल्ली:

Gold Price: इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमत में 100 डॉलर प्रति ओंस की गिरावट देखी गई है. मगर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी चीन गोल्ड की अंधाधुंध खरीदारी कर रहा है. यह खरीदारी मात्र सेंट्रल बैंकों की ओर से नहीं हो रही है, बल्कि चीन के आम लोगों की ओर से भी हो रही है. पूरी दुनिया ये जानती है कि चीन बड़े आर्थिक संकट से गुजर रहा है. रियल एस्टेट में उभार नहीं आ सका है. वहीं आम लोगों का विश्वास शेयर बाजार में कम हुआ है. यही कारण है कि आम लोगों ने इस आर्थिक संकट के दौर में गोल्ड की खरीदारी ज्यादा कर दी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोने की अग्रेसिव बाइंग होने की वजह से आने वाले दिनों में इसकी कीमतों को चीन कंट्रोल कर सकता है. आइए जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर चीन की ओर से सोने की खरीदारी किस स्तर पर हो रही है. इसका असर गोल्ड की कीमत पर किस तरह से देखने को मिल सकता है. 

सोने पर निवेश अधिक हो रहा

गोल्ड की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. अकसर गोल्ड को सेफ इंवेस्टमेंट के रूप में देखा गया है. इस समय पूरी दुनिया वॉर में उलझी है. यूक्रेन-रूस और इजराइल फिलिस्तीन वॉर के दौरान हमने ये देखा है कि सोने की कीमत में काफी इजाफा देखने को मिला है. गोल्ड की अंतराष्ट्रीय कीमत 2300 डॉलर के करीब है. इस माहौल में चीन ने सोने की खरीदारी आरंभ कर दी है. सोने के दाम 2,400 डॉलर प्रति औंस के करीब हो चुके हैं. ये लंबे समय तक बने रहने वाले हैं. चीन के निवेशकों का रियल एस्टेट और शेयर बाजार पर विश्वास हटा है. यही कारण है कि चीनी लोगों की ओर से सोने पर निवेश अधिक हो रहा है. इस दौरान चीन के सेंट्रल बैंक ने गोल्ड रिजर्व में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.

सोने की कीमत में 50 फीसदी की तेजी

सोने के बाजारों में चीन का निवेश काफी है. इस नई तेजी की वजह से चीन का असर और अधिक देखने मिल रहा है. वर्ष 2022 के अंत से सोने की कीमत में 50 फीसदी की तेजी देखी गई है. विश्वभर में ब्याज दरें पीक पर हैं. इस बीच सोने पर तेजी देखी जा रही है. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि ब्याज दर लंबे वक्त तक पीक पर रहने वाले हैं. इसके बाद गोल्ड की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन में सोने की खपत पहली तिमाही में एक साल पहले के मुकाबले छह फीसदी बढ़ी है. ये तेजी तब देखने को मिली थी जब बीते साल सोने की खपत में 9 फीसदी की ग्रोथ देखी गई है. चीन में परांपरिक निवेश कमजोर हुआ है. इसके कारण निवेशकों का रुझान सोने की ओर ज्यादा बढ़ा है. देश के शेयर बाजारों में निवेशकों का भरोसा लौटा है. इस तरह से चीन में गोल्ड पर निवेश बढ़ गया है. चीन के सेंट्रल बैंक की ओर से सोने की लगातार बाइंग देखी गई है.