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अब मार्केट में आएगी पानी से चलने वाली कार, पेट्रोल-डीजल से मिलेगी मुक्ति

Petrol Diesel Dependency End : क्या कभी आपके मुंह से निकला है काश कार पानी से चला करती. क्योंकि महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदना अब बसकी बात नहीं है. जी हां आपका ये सपना अब जल्द ही सच होने जा रहा है.

Updated on: 29 Apr 2024, 11:32 AM

highlights

  • केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी दे चुके हैं संकेत
  • आम लोगों के लिए कुछ ही समय में मार्केट में पहुंच जाएंगी ये कारें
  • वैज्ञानिकों ने तीन साल पहले ही पानी से चलने वाली कारों का फार्मुला कर दिया था इजाद

नई दिल्ली :

Petrol Diesel Dependency  End :  क्या कभी आपके मुंह से निकला है काश कार पानी से चला करती. क्योंकि महंगा पेट्रोल-डीजल खरीदना अब बसकी बात नहीं है.  जी हां आपका ये सपना अब जल्द ही सच होने जा रहा है. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी तो पानी से चलने वाली कार से संसद पहुंचकर ये संदेश भी दे चुके हैं. लेकिन आम आदमी के लिए अभी ये दूर कोड़ी नजर आता है. सूत्रों का दावा है कि बहुत जल्द मार्केट में पानी से चलने वाली कारें आ जाएंगी. जिसके बाद पेट्रोल-डीजल की निर्भरता काफी हद तक कम हो जाएंगी.  इलेक्ट्रिक व सीएनजी वाहनों के आने से भी पेट्रोल-डीजल की निर्भरता काफी हद तक कम हुई है. लेकिन अभी भी 80 प्रतिशत वाहन पेट्रोल-डीजल से ही चल रहे हैं. जिसकी वजह से न सिर्फ प्रदुषण होता है, बल्कि यह महंगा भी बहुत ज्यादा पड़ता है... 

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विकल्प की थी तलाश
दरअसल, पेट्रोल-डीजल की  बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की कमर तोड़ कर रख दी है. कई लोगों ने तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट तक यूज करना शुरू कर दिया है. क्योंकि पेट्रोल  पूरे माह का बजट बिगाड़ रहा था.  लेकिन अब वो दिन दूर नहीं जब आम आदमी को भी ग्रीन हाईड्रोजन से चलने वाली कार मिल जाएगी. क्योंकि परिवहन मंत्री के पास पहले से ही ग्रीन हाईड्रोजन से चलने वाली कार मौजूद हैं. वे संकेत भी दे चुके हैं कि चुनाव बाद कार निर्माता कंपनीज से बात कर हाईड्रोजन चलित कार को मार्केट में लाने की तैयारी तेज की जाएंगी. इससे पहले नितिन गडकरी हाईड्रोजन चलित कार से संसद पहुंचकर देश की जनता को बता चुके हैं कि अब वो दिन दूर नहीं जब आमजन को भी ये सस्ते फ्यूल से चलित कार मिल जाएगी. 

क्या पानी से चलेगी कार?
एक निजी चैनल के कार्यक्रम में नितिन गडकरी बता चुके हैं हैं कि "पानी से ऑक्सीजन और हाइड्रोजन को अलग कर ग्रीन हाइड्रोजन तैयार की जाएगी. ग्रीन हाइड्रोजन अक्षय ऊर्जा (जैसे सौर, पवन) का उपयोग करके जल के इलेक्ट्रोलिसिस द्वारा निर्मित होता है और इसमें कार्बन फुटप्रिंट कम होता है,,.  आपको बता दें कि भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, ONGC और NTPC जैसी भारत की बड़ी कंपनियों ने इस दिशा में काम करना शुरू दिया है. अब देखना ये है कि मार्केट में पेट्रोल-डीजर कारों की तरह ये कारें कब मिलना शुरू होंगी. नई सरकार के गठन के बाद हाईड्रोजन चलित कारों को मार्केट में लाने की तैयारी है..