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Cement Price Hike: भवन निर्माण करने वालों को झटका, अचानक बढ़ गए सीमेंट के दाम

Cement Price Hike: महंगाई की मार झेल रहे लोगों को एक बड़ा झटका लगा है. सीमेंट कंपनियों ने भी प्रति बोरा 12 से 13 फीसदी दाम बढ़ा दिये हैं. जिससे सपनों का घर बनाना अब और महंगा हो जाएगा..

Updated on: 28 Sep 2023, 11:31 AM

highlights

  • कम डिमांड के बाद भी लगातार हो रही सिमेंट के दामों में वृद्धि
  • प्रति बोरी की गई 13 फीसदी बढ़ोतरी, आएगा ज्यादा खर्च
  • नई कीमतों के मुताबिक 50 किलो बोरी के लिए चुकाने होंगे 382 रुपए

नई दिल्ली :

Cement Price Hike: आसमान छूती महंगाई में अब सपनों का घर तैयार करना भी मुश्किल हो जाएगा. क्योंकि सीमेंट कंपनियों ने भी अचानक दामों में वृद्धि कर दी है. सीमेंट निर्माता कंपनियों के मुताबिक प्रति 50 किग्रा की बोरी पर 12 से 13 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है. जिसका असर प्रति बोरी सिमेंट पर पड़ेगा. यानि जितना प्रति बोरी अब चुकाना पड़ा रहा है. आज के बाद उससे ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. आपको बता दें कि बारिश के चलते इस बार सिमेंट की मांग कम है. लेकिन उसके बावजूद भी दाम बढ़ाना समझ से परे हैं. खैर जो भी हो बढ़ोतरी के पैसे आम आदमी से वसूलने की तैयारी कर ली गई है. बढ़ी हुई दरें गुरूवार से ही लागू करने के लिए कहा गया है...आइये जानते हैं अब कितने में मिलेगी 50 किग्रा की बोरी? 

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कीमतें और बढ़ने की उम्मीद
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मानसून जब पूरी तरह खत्म हो जाएगा तो सीमेंट के दाम और बढ़ने की संभावना है. यही नहीं भवन निर्माण में आने वाले रॉ मैटेरियल की लागत में एक बार फिर बढ़ने से इसकी कीमत और ज्यादा हो रही है. अगर सीमेंट कंपनियां सीमेंट की बढ़ती कीमत को मैनेज करने में सक्षम होती हैं तो इनकी पोस्ट अर्निंग मौजूदा वित्त वर्ष से पहली छमाही में 800-900 रुपये प्रति टन से 1200-1300 रुपये प्रति टन होने की संभावनाएँ जताई जा रही है.. हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है..

दिसंबर के बाद बढ़ते हैं दाम
आपको बता दें कि अक्सर सीमेंट के दाम फरवरी माह में बढ़ते हैं. क्योंकि लोग इन्हीं माह में ज्यादा भवन निर्माण कराते हैं. लेकिन इस बार जुलाई से लेक अब तक तीन बार सिमेंट की कीमतों में इजाफा हो गया है. यही नहीं ईंट व लोहा भी महंगा होने की संभावना जताई जा रही है. जिससे एक बार फिर घर बनाने के सपनों पर पानी फिर सकता है. क्योंकि रॅा मैटेरियल के बगैर मकान नहीं बनाया जा सकता है. इसका कोई विकल्प भी नहीं होता है.