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…और पीएम नरेंद्र मोदी का मुखौटा पहनकर एक सांसद ने अपनी पार्टी के सांसदों की कर दी पिटाई!

तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में इस बिल के विरोध का अनूठा तरीका अख्‍तियार किया.

Updated on: 08 Jan 2019, 01:53 PM

नई दिल्ली:

असम में नागरिकता संशोधन बिल 2016 के विरोध में असम गण परिषद एनडीए (NDA) से अलग हो गई है. सरकार की एक अन्‍य सहयोगी शिवसेना भी लगातार इसके खिलाफ में बोलती आ रही है. दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में इस बिल के विरोध का अनूठा तरीका अख्‍तियार किया. असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी भी इस बिल का विरोध कर रही है

तृणमूल कांग्रेस के सभी सांसदों में से एक ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे वाला मुखौटा लगा लिया और और एक छड़ी लेकर बाकी सांसदों की 'छड़ी से पिटाई' कर डाली! एएनआई (ANI) द्वारा जारी वीडियो में वह सांसद सभी सांसदों को छड़ी के माध्‍यम से हड़काता दिख रहा है, जैसा स्‍कूल में मास्‍टरजी बच्‍चों को छड़ी के माध्‍यम से हड़काते हैं या डराते हैं.

बता दें कि सरकार द्वारा पेश इस बिल के मुताबिक नागरिकता के लिए रहने की अवधि को 11 साल से कम कर 6 साल करने का प्रस्ताव रखा गया है. इसके साथ ही अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैन, पारसियों और ईसाइयों को बिना वैध दस्तावेज के भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव भी है. टीएमसी सांसदों का कहना है कि इससे असम में इसे स्थानीय और मूल नागरिकों अधिकार और पहचान का संकट खड़ा हो जाएगा.

विरोध करने वाली पार्टियों में कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआई (एम), एसपी के साथ बीजेपी की दो सहयोगी पार्टियां असम गण परिषद और और शिवसेना भी शामिल हैं.