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वाराणसी देश का पहला रोपवे ट्रांसपोर्ट वाला शहर बनेगा, काम हुआ शुरू

इससे न सिर्फ शहर में जाम की समस्या खत्म होगी बल्कि यात्रियों को मात्र पंद्रह मिनट में वाराणसी के कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक का सफर तय कर पाएंगे

Updated on: 08 May 2023, 11:25 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट देश का पहला रोपवे ट्रांसपोर्ट वाराणसी में तैयार होना शुरू  हो चुका है. इससे न सिर्फ शहर में जाम की समस्या खत्म होगी बल्कि यात्रियों को मात्र पंद्रह मिनट में वाराणसी के कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक का सफर तय कर पाएंगे. वाराणसी के लोगों को जल्द ही रोपवे ट्रांसपोर्ट सिस्टम की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी. यह देश का पहला अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे सिस्टम का मॉडल है. इस रोपवे को बनाने में कुछ 461 करोड़ की लगात आने वाली है. इसका टेंडर जारी करते हुए छह विभागों को 31 करोड़ रुपये  रिलीज करे जाएंगे. इसका काम भी आरंभ हो गया है. वीडीए के उपाध्यक्ष बताते है की जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो गया है और इसका काम भी शुरू हो गया है.

वाराणसी के काशी विद्यापीठ स्टेशन पर काम शुरू हो चुका है

रोपवे ट्रांसपोर्ट सिस्टम चालू होने के बाद यहां के लोगों को न सिर्फ जाम से निजात मिल सकेगी. इसके साथ समय की भी बच हो सकेगी. पहले फेज में वाराणसी कैंट को गोदौलिया से जोड़ने का प्रयास होगा. वाराणसी कैंट से गोदौलिया तक करीब 5 किलोमीटर का भारी ट्रैफिक के दूरी तय करने में 45 मिनट का समय लगता है. 

रोपवे में लोगों को बैठाने को लेकर 220 केबल कारें हैं. एक बार में अप और डाउन में 4500 लोग यात्रा कर सकते हैं. इस रोपवे में कुल 5 स्टेशन हैं. इसमें सिगरा, गोदौलिया, साजन सिनेमा, रथ यात्रा और वाराणसी कैंट हैं. यात्रियों को इस रोपवे पर हर डेढ़ मिनट पर केबल कार की सुविधा होगी. केबल कार में एक साथ 11 लोग सवार हो सकेंगे. इस रोप-वे खासियत है कि इसमें हर मौसम में आरामदायक सफर हो सकेगा. दिव्यांगजनों को कार केबिन में बैठने की खास व्यवस्था की गई है. अर्बन ट्रांसपोर्ट को लेकर देश में पहले रोप-वे के निर्माण को लेकर काशी में काम आरंभ हो चुका है.