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MLC चुनाव में राजा भैया को बड़ा झटका, इस मामले में गोपाल जी दोषी करार

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक पार्टियों की नजर विधान परिषद चुनाव यानी एमएलसी चुनाव पर है. यूपी की 36 विधान परिषद की सीटों पर 9 अप्रैल को वोटिंग होगी.

Updated on: 15 Mar 2022, 07:02 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक पार्टियों की नजर विधान परिषद चुनाव यानी एमएलसी चुनाव पर है. यूपी की 36 विधान परिषद की सीटों पर 9 अप्रैल को वोटिंग होगी. प्रतापगढ़ में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (raja bhaiya) की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने एमएलसी चुनाव में अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. हालांकि, एमएलसी चुनाव से राजा भैया को बड़ा झटका लगा है.

अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी को राजा भैया का करीबी माना जाता है. राजा भैया के निकटम सहयोगी एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी को अदालत ने आईपीसी की 420, 468 व 471 के मामले में दोषी करार दिया. अदालत ने सजा पर बहस के लिए 22 मार्च की तारीख मुकर्रर की. अब अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल के एमएलसी चुनाव लड़ने पर लग ग्रहण सकता है.

करीब 24 साल पहले गलत पते पर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के मामले में एमपी एमएलए कोर्ट ने दोषी करार दिया. प्रतापगढ़ के नगर कोतवाली के सिविल लाइन के पते पर पिस्टल का लाइसेंस हासिल किया था. इस मामले में राजस्व व पुलिस के रिपोर्ट लगाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ हो सकती है. इस मामले में गोपाल जी को कितने साल को सजा होगी, इसका फैसला अदालत 22 मार्च को ही करेगी.