logo-image

Mukhtar Ansari Death: कैसे हुई मुख्तार अंसारी की मौत? विसरा रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर परिजनों का आरोप है कि उन्हें जेल में जहर देकर मारा गया. मगर अब विसरा रिपोर्ट सामने आ गई है.

Updated on: 23 Apr 2024, 10:51 AM

नई दिल्ली:

Mukhtar Ansari death Update: बाहुबली मुख्तार अंसारी की मौत क्या जहर देने से हुई? इसे लेकर मुख्तार की विसरा रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट में जहर देने की पुष्टि नहीं हुई है. विसरा रिपोर्ट को हालांकि न्यायिक टीम को सौंपा गया है. अब जांच टीम पूरी रिपोर्ट बनाकर उच्च अ​धिकारियों को सौंपने वाली है. आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी के परिजनों ने जेल में उन्हें जहर देने का आरोप लगाया था. इसके बाद से प्रशासनिक और न्यायिक जांच आरंभ हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुख्तार की मौत हार्ट अटैक से होने की बात कही गई थी. मगर परिजनों का ये दावा था कि मुख्तार को जहर देकर मारा गया. इसकी जांच को लेकर विसरा रिपोर्ट लखनऊ में   जांच के लिए भेजी गई थी. 

ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election: वोटिंग से पहले ही BJP उम्मीदवार को इस सीट पर मिली निर्विरोध जीत, कांग्रेस प्रत्याशी को रिश्तेदारों ने दिया धोखा

28 मार्च को सेहत बिगड़ गई

आपको बता दें कि बांदा की जेल में बंद मुख्तार अंसारी की 28 मार्च को सेहत बिगड़ गई थी. बाद में उसे इलाज के लिए बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. यहां पर इलाज के वक्त उसकी मौत हो गई. उस समय मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था. मगर परिजनों ने जहर देने का आरोप लगाया. इसके बाद 29 मार्च को मुख्तार के शव को देर रात गाजीपुर पैतृक घर में लाया गया. उसे 30 मार्च की सुबह सुपुर्द ए खाक कर दिया गया.  

60 से अधिक केस दर्ज

अपराधी मुख्तार अंसारी के खिलाफ 60 से अधिक केस दर्ज किए गए थे. इसमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, धोखाधड़ी, गुंडा एक्ट तक शामिल हैं. उसे आठ मामलों में सजा मिली थी. 

क्या होती विसरा रिपोर्ट? 

आखिर क्या होती है विसरा रिपोर्ट. किसी संदिग्ध की मौत पर पोस्टमार्टम किया जाता है. इस दौरान मरने वाले के शरीर से विसरा रिपोर्ट के लिए आंत, दिल, किडनी, लीवर आदिर अंगों का सैंपल लिया जाता है. इसे विसरा कहा जाता है. अगर किसी शख्स की मौत संदिग्ध परिस्थिति में होती है और परिवारवालों को यह शक होता है तो ऐसे  मामले में विसरा रिपोर्ट की जांच की जाती है. विसरा की जांच केमिकल एक्जिामिनर किया करते हैं. वे विसरा की जांच कर इसका पता लगाने की कोशिश करते हैं कि  मौत की असली वजह क्या थी? इसे न्यायालय में सबूत के तौर पेश किया जा सकता है.