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हनी ट्रैप कर लिंगायत संत को खुदकुशी के लिए किया गया मजबूर: पुलिस जांच

कर्नाटक पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कंचुगल बंदे मठ के लिंगायत संत बसवलिंग श्री की आत्महत्या के मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि मृतक साधु को फंसाया गया, प्रताड़ित किया गया और जीवन समाप्त करने के लिए मजबूर किया गया. जांच में यह भी पता चला है कि इस साजिश के पीछे एक और लिंगायत संत का हाथ है, जो स्थिति पर नजर रखे हुए है. पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ नेता समेत 10 से 15 लोगों की एक टीम ने योजना को अंजाम दिया. पुलिस ने कहा कि मृतक संत को निजी तस्वीरें और वीडियो के जरिए हनी ट्रैप और ब्लैकमेल किया गया.

Updated on: 26 Oct 2022, 05:19 PM

रामनगर (कर्नाटक):

कर्नाटक पुलिस सूत्रों ने बुधवार को बताया कि कंचुगल बंदे मठ के लिंगायत संत बसवलिंग श्री की आत्महत्या के मामले की जांच में खुलासा हुआ है कि मृतक साधु को फंसाया गया, प्रताड़ित किया गया और जीवन समाप्त करने के लिए मजबूर किया गया. जांच में यह भी पता चला है कि इस साजिश के पीछे एक और लिंगायत संत का हाथ है, जो स्थिति पर नजर रखे हुए है. पुलिस ने यह भी बताया कि कुछ नेता समेत 10 से 15 लोगों की एक टीम ने योजना को अंजाम दिया. पुलिस ने कहा कि मृतक संत को निजी तस्वीरें और वीडियो के जरिए हनी ट्रैप और ब्लैकमेल किया गया.

मामले की जांच कर रही कुदुर पुलिस ने पहले ही कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस को जांच के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ था. पुलिस ने बताया कि मृतक संत ने अपने सुसाइड नोट में प्रताड़ना और हनी ट्रैपिंग का जिक्र किया है.

एसपी संतोष बाबू ने कहा है कि मामले की जांच को लेकर पुलिस पर कोई दबाव नहीं है. हालांकि, सुसाइड नोट में कुछ नाम लिखे गए हैं, लेकिन उनकी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार किसी व्यक्ति का जिक्र नहीं है. पुलिस ने कहा कि हम जांच कर रहे है दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करेंगे और कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का काम करेंगे.

मठ में सोमवार को संत रहस्यमय परिस्थितियों में फांसी पर लटका मिला. आगे की जांच जारी है.