राजस्थान में लम्पी का कहर, 17 ज़िलों में पहुंचा लम्पी स्किन का संक्रमण
राजस्थान, गुजरात समेत 10 राज्यों में गाय-भैंस में जानलेवा लंपी वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राजस्थान में करीब 2 लाख गायें इससे संक्रमित हैं. सरकार के सर्वे में 3125 गौवंश की मौतें रिकॉर्ड हुई हैं. राजस्थान में 17 जिलों में लंपी का संक्रमण है
highlights
- लम्पी से प्रभावित 15 जिलों में पशुओं के ट्रांपोटेशन पर लगाई रोक
- लंम्पी के चलते दुग्ध उत्पादन पर पड़ रहा है बेहद असर
- पशु मेलों को लेकर जिला कलेक्टर को जारी किए निर्देश
नई दिल्ली :
राजस्थान, गुजरात समेत 10 राज्यों में गाय-भैंस में जानलेवा लंपी वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राजस्थान में करीब 2 लाख गायें इससे संक्रमित हैं. सरकार के सर्वे में 3125 गौवंश की मौतें रिकॉर्ड हुई हैं. राजस्थान में 17 जिलों में लंपी का संक्रमण है. इस बीमारी के शिकार करीब 80 हजार गौ वंश का इलाज जारी है. इस वायरस की चपेट में आने से पशु दूध देना बंद कर देते हैं.. अगर संक्रमण पर जल्दी काबू नहीं हुआ तो दूध का उत्पादन घट सकता है. आपको बता दें कि सीमापार पाकिस्तान से आया लंपी वायरस राजस्थान में पशुओं के लिए काल बन गया है. सरकार ने भी पशुओं का परिवहन पूरी तरह बंद कर दिया है. साथ ही पशु मलों को भी बंद कर दिया गया है.
आपको बता दें कि पश्चिम राजस्थान में गौशालाओं में गायें इस वायरस की तेजी से शिकार हो रही हैं. बाड़मेर जालौर जोधपुर और सिरोही जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं. वायरस की शिकार गाय भैंसे दूध देना बंद कर देती है.. अधिक संक्रमित होने पर मौत हो जाती है..देश में दूध उत्पादन वाले दो सबसे बडे राज्य है. जिनमें गुजरात और राजस्थान पहले नंबर पर आते हैं. लेकिन यहां लंपी संक्रमण ने पैर पसार दिये हैं. जिसके चलते सबसे ज्यदा प्रभावित दुग्ध उत्पादन ही हो रहा है. गौशाला संघ के अध्यक्ष अतुल गुप्ता ने बताया कि बीजेपी ने आरोप लगाया कि राजस्थान में सरकार के समय रहते नहीं चेतने से लंपी का संक्रमण तेजी से फैला है. वहीं विधायक दल के नेता राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि इस बीच राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने प्रभावित जिलों के जिला कलेक्टर्स को 15 दिन में लंपी से निपटने के निर्देश दिए गए हैं. जिलों में दवाईयां भेजी जा रही है. राजस्थान सरकार की ओर से कहा गया कि इस बीमारी से गायों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. ममता भूपेश.. महिला एंव बाल विकास मंत्री राजस्थान ने बताया कि लंपी से निपटने के लिये सरकार पूरी तरह से मुस्तैद है.
लंपी वायरस की कोई वैक्सीन नहीं है इसलिए कोरोना जैसे ही इसका इलाज नहीं. सिर्फ कुछ दवाईयों से बीमार पशुओं की इम्यूनिटी बढाकर ठीक करने की कोशिश की जा रही है. डर इसलिए बड़ा है कि पश्चिमी राजस्थान में सबसे अधिक गौशालाएं हैं. सबसे बड़ी जालौर की पथमेड़ा गौशाला में ये बीमारी फैल चुकी है गायों में.. इससे दूध का उत्पादन घटने के साथ ही गायों की मौतों की आंकड़ा तेजी से बढ़ा सकती है.
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