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कस्टम ऑफिसर बन महिला को किया फोन, फिर जालसाजों ने ऐसे लगाया महिला को लाखों रुपये का चूना

Mumbai Cyber Fraud: मुंबई में रहने वाली 61 वर्षीय एक महिला को साइबर अपराधियों ने 6.56 लाख रुपये का चूना लगा दिया. साइबर अपराधियों ने महिला को कस्टम अधिकारी बनकर कॉल किया और उसके बाद अपने खातों में पैसे ट्रांसफर करा लिए.

Updated on: 21 Apr 2024, 01:22 PM

नई दिल्ली:

Mumbai Cyber Fraud: साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. कभी वो किसी लॉटरी निकली की बात करते हैं तो कभी किसी विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर लोगों को चूना लगा देते हैं. ऐसा ही एक मामला, मुंबई से सामने आया है जहां वडाला ईस्ट के भक्ति पार्क इलाके में रहने वाली 61 साल की मीनू हांडा नाम की एक महिला को साइबर ठगों ने लाखों रुपये का चूना लगा दिया. इन साइबर अपराधियों ने महिला को कस्टम ऑफिसर और दिल्ली पुलिल का अधिकारी बना कर ठग लिया. महिला की शिकायत के बाद अब पुलिस ने अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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जानें क्या है पूरा मामला

दरअसल, मुबंई के वडाला में रहने वाली मीनू हांडा को 15 अप्रैल को किसी व्यक्ति ने वीडियो कॉल किया. जिसमें उसने खुद को कस्टम अधिकारी बताया. कॉल करने वाले शख्स ने कहा कि महिला का नाम दिल्ली से कंबोडिया तक ड्रग्स तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. यही ने जालसाज ने अपनी बात की पुष्टि के लिए महिला का आधार नंबर भी बताया. जिससे महिला को उसपर यकीन हो गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कॉल करने व्यक्ति ने पीड़िता से कहा कि दिल्ली से कंबोडिया के लिए एक पार्सल भेजा गया था. जिसमें ड्रग्स छिपा हुआ था. यही नहीं उसके बैंक खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए भी किया जा रहा है, लेकिन महिला ने इस बात से इनकार किया. तब कॉल करने वाला व्यक्ति ने उससे कहा कि वह दिल्ली आकर स्थानीय पुलिस में मामला दर्ज करा सकती है.

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बातचीत खत्म होने के बाद महिला को कुछ और लोगों को फोन आए जिसमें उन्होंने खुद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच का अधिकारी होने का दावा किया. उन्होंने उसे बताया कि उसके बैंक खातों से मनी लॉन्ड्रिंग के लिए समझौता किया गया था, और उसे खातों को भारतीय रिजर्व बैंक से सत्यापित करवाना चाहिए और उसे निर्देश दिया कि इसके लिए उसे 6.56 लाख रुपये भेजने होंगे. पुष्टि होने के बाद ये रकम उसे वापस कर दी जाएगी. 

कानूनी कार्रवाई के डर से महिला ने कांदिवली में अपनी गृह शाखा में आरोपी व्यक्तियों द्वारा बताए गए बैंक खातों में आरटीजीएस के माध्यम से पैसे भेज दिए. जब तक उनके खाते में पैसे पहुंच नहीं गए तब तक वह लगाता महिला को कॉल करते रहे. पैसे जमा करने के बाद महिला जब अपने घर पहुंची तो उसने पूरी बात अपनी बेटी को बताई. ये सुनते ही उसकी बेटी समझ गई कि उसकी मां के साथ साइबर फ्रॉड हो गया.

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 जिसके बाद उन्होंने वडाला टीटी पुलिस से संपर्क किया और उनकी शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 419 (धोखाधड़ी के लिए प्रतिरूपण) और 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है.