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मध्यप्रदेश के मदरसों में पढ़ाया जायेगा देशप्रेम का पाठ

मध्य प्रदेश के मदरसों में 'वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है' विषय भी पढ़ाया जाएगा। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड इस विषय का पाठ्यक्रम भी तैयार कर रहा है।

Updated on: 01 Apr 2017, 09:43 AM

highlights

  • वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है, के बारे में पढ़ाया जाएगा।
  • पीएम मोदी, दीनदयाल उपाध्याय, अब्दुल कलाम और शिवराज सिंह चौहान की महान गाथा भी पढ़ाई जायेगी

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश का मदरसा बोर्ड देश प्रेम के लिए एक नई पहल शुरू कर रहा है। मध्य प्रदेश के मदरसों में 'वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है' विषय भी पढ़ाया जाएगा। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड इस विषय का पाठ्यक्रम भी तैयार कर रहा है।

मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड के चेयरमैन सयैद इमाद उद्दीन ने बताया,' हम एक नये पाठयक्रम को लाने जा रहे हैं जिसका विषय 'वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है' होगा। बोर्ड का उद्देश्य है कि इससे छात्र सीख सकें कि वे जिस धर्म का पालन का करते हैं उसे इस देश को प्यार करने वाले और देश के प्रति निष्ठावान लोगों ने कितना ऊंचा दर्जा दिया हुआ है।

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सयैद इमाद उद्दीन ने सफाई देते हुए कहा कि मुस्लिमों में देश प्रेम पहले ही मौजूद है और यह कोई नई बात नहीं है। साथ ही उन्होंने कश्मीर के मुद्दे पर कहा,' बाकी पूरे देश के मदरसों में शांति सिखायी जा रही है, बाकी कश्मीर का मुझे पता नहीं।'

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नरेंद्र मोदी' और 'शिवराज सिंह चौहान' की महान गाथा

इसके अलावा, मदरसों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय, भारत के प्रथम केन्द्रीय शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद, मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित देश के कई प्रसिद्ध हस्तियों की महान गाथाओं का पाठ भी पढ़ाया जाएगा।

सैयद इमादउद्दीन ने बताया कि मदरसे के पाठ्यक्रम में मध्य प्रदेश की जीवनदायिनी नदी नर्मदा को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए पिछले साल 11 दिसंबर से चल रही नदी संरक्षण अभियान ‘नमामि देवी नर्मदे-सेवा यात्रा’ को भी शामिल किया जाएगा, ताकि वे इसके महत्व के बारे में जागरुक हो सकें।