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नेमावर हत्याकांड मामले में चलेगा फास्ट ट्रैक कोर्ट

देवास जिले के नेमावर थाना क्षेत्र से लापता हुए आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल एक खेत से बरामद किए गए थे. यह सभी पांचों लोग लगभग दो माह से लापता थे.

Updated on: 01 Jul 2021, 04:30 PM

highlights

  • एक परिवार के पांच लोग लगभग दो माह से लापता थे
  • भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इस हत्याकांड को सामाजिक कलंक करार दिया
  • पीड़ितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है

मध्य प्रदेश:

मध्य प्रदेश के देवास जिले में आदिवासी परिवार के पांच लोगों की हत्या करने का मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा. यह ऐलान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने इस हत्याकांड को सामाजिक कलंक करार दिया है. बीते दिनों देवास जिले के नेमावर थाना क्षेत्र से लापता हुए आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल एक खेत से बरामद किए गए थे. यह सभी पांचों लोग लगभग दो माह से लापता थे. इस मामले के आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हत्या कांड की निंदा करते कहा, ' नेमावर की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. सारे अपराधी पकड़ लिए गए हैं, फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलेगा. जो जघन्य कुकृत्य उन्होंने किया है, उसके लिए उन्हें किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा. जल्दी से जल्दी ऐसे मामलों में जो सजा उन्हें मिलनी चाहिए, उन्हें मिले!'

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वहीं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने नेमावर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की जघन्य हत्या की निंदा करते हुए उसे सामाजिक कलंक बताया है. उन्होंने कहा कि बर्बर हत्याकांड के आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे. प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा, ' नेमावर जैसी घटनाएं किसी भी सभ्य समाज में कतई स्वीकार्य नहीं है. जिस तरह से इस घटना के आरोपियों ने निदोर्षों की हत्या की है, उसकी जितनी भर्त्सना की जाए, कम है . प्रदेश की भाजपा सरकार इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी. पीड़ितों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और उन्हें कानून के माध्यम से सख्त से सख्त सजा दिलाने तक सरकार के प्रयास रुकेंगे नहीं.'

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नेमावर में रहने वाले मोहन लाल कास्ते की पत्नी ममता बाई कास्ते (45), बेटी रूपाली (21), दिव्या (14) और रवि ओसवाल की बेटी पूजा (15) और बेटा पवन (14) 13 मई से लापता थे. जब कई दिन तक इनका सुराग नहीं लगा तो परिवार और नाते रिश्तेदारों सहित कुछ स्वयं सेवी संस्थाओं ने पुलिस को सूचना दी. उसके बाद से लापता लोगों की तलाश की जा रही थी.