जहां कोई कलेक्टर नहीं पहुंचा था, वहां अपनी पूरी टीम के साथ पहुंचे ये IAS अधिकारी
धमतरी जिले के अंतिम छोर में बसे लोगों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल पाती है. खासकर उन गांवों में न तो सड़कें होती हैं और न ही आने-जाने के साधन होते हैं.
धमतरी:
आमतौर पर अंतिम छोर पर बसे गांवों तक प्रशासनिक अधिकारियों के नहीं पहुंचने के किस्से तो सभी सुनते और देखते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ के धमतरी में ऐसा कहना बिलकुल गलत होगा क्योंकि धमतरी के कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ के कुछ अलग अंदाज हैं. अलग अंदाज इसलिए कह रहे हैं क्योकि ये उन अधिकारियों में से हैं जो अपने काम के प्रति सजग और नवीन कार्यप्रणाली के चलते काफी लोकप्रिय हैं. धमतरी के इन अधिकारियों के किस्से जानने के बाद आप भी दंग रह जाएंगे. ये दोनों अधिकारी बाइक पर सवार होकर घोर वनांचल क्षेत्र तक पहुंच गए. नगरी इलाके के अतिसंवेदनशील गांवों का दौरा किया, बल्कि 66 किमी दूर तक बाइक भी चलाई. हैरानी ही बात ये है कि अधिकारियों ने काम के बीच में आने वाले तमाम नदी, नाले और घने जंगलों को पार किया और दूर इलाकों तक पहुंच गए. अपने क्षेत्र में अधिकारियों को इस तरह से देख ग्रामीण भी दंग रह गए.
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धमतरी जिले के अंतिम छोर में बसे लोगों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल पाती है. खासकर उन गांवों में न तो सड़कें होती हैं और न ही आने-जाने के साधन होते हैं. ऐसे मे वनाचंल के लोग किस तरह अपनी जिंदगी गुजारते होंगे, इसका अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं. ऐसे में यहां के लोग जिला मुख्यालय तक नहीं पहुंच सकते हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उनकी समस्याओं का क्या होता होगा. अब धमतरी कलेक्टर रजत बंसल और सीईओ विजय दयाराम ने गांव वालों की समस्याओं के लिए जिम्मेदारी अधिकारी के रोल में आ गए हैं. वे अंतिम छोर पर बसे लोगों से उनकी समस्या जानने के लिए अपनी चार सदस्यी टीम के साथ उन गांवों का दौरा कर रहे हैं जहां के लोग कलेक्टर को कभी देख भी नहीं पाते हैं.
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इन गांवों में रहने वाले लोगों ने अपने क्षेत्र में इससे पहले कभी किसी प्रशासनिक अधिकारी को नहीं देखा था. दरअसल कलेक्टर रजत बंसल, जिला पंचायत सीईओ, तहसीलदार मनोज कुमार, नगरी फारेस्ट अफसर मंयक अग्रवाल, मनरेगा अधिकारी धरम सिंह की ये टीम रविवार की सुबह 6.30 बजे से नगरी इलाके के साकंरा गांव से बाइक पर सवार होकर ग्रामीणों की समस्या और उनका हाल-चाल जानने के लिए गांवों का दौरा कर रहे हैं. इस दौरान कलेक्टर की टीम बाइक पर सवार होकर ग्रामीणों के बीच पहु्ंच रहे हैं, जहां ग्रमीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं से अवगत हो रहे हैं. इस दौरान कलेक्टर की टीम को नदी-नाले से होकर गुजरनी पड़ा. वहीं कलेक्टर और उनके टीम को देख ग्रामीण हैरान रह गए थे. जिले के कलेक्टर को देखने पर वहां के लोग काफी खुश हुए. अब हर कोई कलेक्टर रजत बंसल की इस कार्यशैली की सहराना कर रहा है.
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