छत्तीसगढ़ः नारायणपुर में बड़ा नक्सली हमला, ITBP के 2 जवान शहीद
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में नक्सलियों ने आईटीबीपी कैंप पर हमला कर दिया है, जिसमें दो जवान शहीद हो गए हैं.
नई दिल्ली:
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ( Naxal Attack in Narayanpur ) जिले से बड़ी खबर सामने आई है. यहां नक्सलियों ने आईटीबीपी कैंप पर हमला कर दिया है. इस हमले में आईटीबीपी के सहायक कमांडेंट समेत दो जवान शहीद हो गए हैं. नक्सलियों ने यह हमला राज्य के नारायणपुर-बारसूर रोड पर किया है. यह हमला सुरक्षाबलों की रोड ओपनिंग पार्टी पर किया गया है. जानकारी के अनुसार नक्सली हमले में जो दो जवाब शहीद हुए हैं, उनमें सहायक कमांडेंट सुधाकर सिंदे (नांदेड़, महाराष्ट्र) और 45 बीएन आईटीबीपी के जवान गुरमुख (पंजाब) शामिल हैं.
यह भी पढ़ें : हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज की तबीयत बिगड़ी, हॉस्पिटल में भर्ती
आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में हुए अब तक के सबसे बड़े नक्सली हमले में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में कम से कम 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे और 20 से अधिक घायल हुए थे. यह मुठभेड़ पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के 300 सदस्यीय दल और सुरक्षाबलों के बीच शनिवार को हुई थी. राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दोनों ने कहा है कि एक बड़े तलाशी अभियान में 22 शव बरामद किए गए थे. इन 22 सुरक्षाकर्मियों में से 9 सीआरपीएफ के थे, जबकि बाकी राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के थे. सुरक्षाकर्मियों के 22 शवों में से 5 को शनिवार को बरामद किया गया था और 17 से अधिक शवों को सीआरपीएफ, डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने रविवार तड़के बड़े पैमाने पर चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया था.
यह भी पढ़ें : असदुद्दीन ओवैसी के अफगानिस्तान के हालात से भारत की तुलना पर भड़की केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे
नक्सलियों और सीआरपीएफ के एलीट कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन यूनिट) और छत्तीसगढ़ पुलिस की डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम के बीच 9 घंटे तक चली गोलाबारी और ऑपरेशन समाप्त के होने के बाद से सीआरपीएफ के 7 जवान सहित 17 सुरक्षाकर्मी लापता थे. अब 20 घायल सुरक्षाकर्मी खतरे से बाहर हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले देश में 75वें स्वतंत्रता दिवस मनाने के एक दिन बाद छत्तीसगढ़ के तीन कट्टर नक्सलियों ने सोमवार को ओडिशा पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था, जिनके सिर पर कुल 9 लाख रुपये का नकद पुरस्कार था. तीन नक्सलियों - लक्मा माडवी, गंगा मडकम और सुका सोदी ने यहां पुलिस महानिदेशक अभय के सामने आत्मसमर्पण किया. अभय ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी कार्यकर्ता कोडंगा-महानदी-संजुक्ता क्षेत्र समिति के हैं, जो सीपीआई-माओवादी की ओडिशा राज्य समिति के केकेबीएन डिवीजन के तहत काम कर रही है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Lok Sabha Election 2024: PM मोदी ने नामांकन के लिए क्यों चुना यह खास दिन? सामने आई चौंकाने वाली वजह
-
Guru Asta 2024: आज गुरु होंगे अस्त, इन राशियों को होगा बंपर लाभ, होगी जबरदस्त कमाई
-
Angarak Yoga 2024: मंगल के गोचर से बना अंगारक योग, इन राशियों के जीवन में छा जाएगा अंधेरा
-
Vastu Tips For Kitchen: इस दिशा में होती है रसोई तो घर वाले हमेशा रहते हैं कंगाल