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पंचायत उपचुनाव में नक्सलियों का आतंक, प्रत्याशी को अगवा कर पिलाया जहर

पंचायत उपचुनाव में नक्सलियों ने उपस्थिति दर्ज कराई है. नक्सलियों के कहने पर प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया, तो उसे अगवा कर जहर पिला दिया गया.

Updated on: 13 May 2023, 03:43 PM

highlights

  • उपचुनाव में नक्सलियों का आतंक
  • प्रत्याशी को पहले किया अगवा
  • फिर पिलाया जहर

Gaya:

पंचायत उपचुनाव में नक्सलियों ने उपस्थिति दर्ज कराई है. नक्सलियों के कहने पर प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया, तो उसे अगवा कर जहर पिला दिया गया. मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड अंतर्गत आजिम गंज पंचायत में मुखिया परमानंद टुड्डू की गला रेत कर नक्सलियों ने दिसंबर 2022 में हत्या कर दी थी. हत्या के बाद यहां मुखिया का पद रिक्त होने के बाद अब अजीमगंज में उपचुनाव हो रहा है. मुखिया पद के लिए उपचुनाव में 4 प्रत्याशी मैदान में है. इसी चार प्रत्याशी में एक प्रत्याशी को नक्सली ने अगवा कर उसे जहर पिला दिया. प्रत्याशी जलेश्वर कोड़ा किसी तरह नक्सलियों के चंगुल से फरार हो गए और फिलहाल उनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.

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अगवा कर पिलाया जहर

बिहार में पंचायत उपचुनाव 25 मई को होने वाले हैं. ऐसे में पंचायत चुनाव से पूर्व नक्सलियों ने फिर से अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. उन्होंने मुंगेर एक मुखिया प्रत्याशी को उपचुनाव में बैठ जाने के फरमान को नहीं मानने के कारण उसे अगवा कर जहर देकर हत्या का प्रयास किया. फिलहाल मुखिया प्रत्याशी नक्सलियों के चंगुल से भाग गया, उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.

क्या है पूरा मामला

मुंगेर जिला के धरहरा प्रखंड अंतर्गत अजीमगंज पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू की नक्सलियों दिसंबर 2022 में घर से बुलाकर गांव के बीच चौराहे पर गला रेत कर हत्या कर दी थी. परमानंद टुड्डू की हत्या से रिक्त हुए मुखिया पद के लिए इस पंचायत में उपचुनाव के लिए 25 मई को वोटिंग होना है. जिसे लेकर 4 प्रत्याशियों में से एक जलेश्वर कोड़ा को आज शनिवार की सुबह नक्सलियों ने घर से अगवा कर अपने साथ जंगल ले गए और उसे जहर दे दिया. 

प्रत्याशी की हालत गंभीर

हालांकि जलेश्वर कोड़ा नक्सलियों के चंगुल से फरार होने में कामयाब हो गया. इस संबंध में नक्सलियों के चंगुल से मुक्त हुए जलेश्वर कोड़ा की पत्नी ने बताया कि मेरे पति बालेश्वर कोड़ा मुखिया पद के प्रत्याशी के रूप में नामांकन कराया है. पिछले वर्ष नक्सलियों ने इसे चुनाव में बैठने को कहा था.हम लोग उस समय चुनाव नक्सलियों के कहने पर नहीं बैठे थे .लेकिन इस बार हम लोग चुनाव लड़ रहे हैं. इस कारण नक्सलियों ने हमारे पति को घर से बुलाकर जहर देकर मारना चाहा. भगवान का शुक्र है कि मेरे पति किसी तरह उसके चंगुल से भागकर घर आ गए. हम लोग इसे आनन-फानन में धरहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां डाक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए मुंगेर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं, सदर अस्पताल में इलाज कर रहे डॉक्टर ने कहा कि मरीज की स्थिति गंभीर है, इलाज किया जा रहा है.