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सहरसा: सफाई कर्मियों ने सड़क जाम कर किया विरोध प्रदर्शन, भुगतान के लिए भेजी गई सूची

सहरसा से जहां वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन करते हुए नगर निगम प्रशासन पर वेतन भुगतान नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है.

Updated on: 15 Sep 2023, 05:37 PM

highlights

  • सफाई कर्मियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया
  • वेतन भुगतान नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया
  • 600 एजेंसी कर्मियों के भुगतान के लिए सूची भेजी गयी

 

Saharsa:

सहरसा से जहां वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन करते हुए नगर निगम प्रशासन पर वेतन भुगतान नहीं करने का गंभीर आरोप लगाया है. वहीं, मेयर ने सफाई कर्मियों की सूची में फर्जीवाड़ा के कारण वेतन भुगतान में विलंब की वजह बताई. सफाई कर्मी कार्य को बंद करते हुए नगर निगम के खिलाफ सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन का बिगुल फूंकते हुए नगर निगम के खिलाफ जमकर उग्र प्रदर्शन और आगजनी किया. आप देख सकते हैं कि सहरसा नगर निगम के सामने की सड़क है, जहां नगर निगम के सफाई कर्मियों ने दो तीन महीने के बकाया भुगतान की मांग को लेकर सड़क को जामकर जहां आवागमन बाधित किया.

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सफाई कर्मियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया

वहीं, सड़क पर टायर जलाकर कर आगजनी करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन कर रहा है. दरअसल, ये सभी सफाई कर्मी नगर निगम एजेंसी द्वारा नियुक्त है, जो घर-घर जाकर कचरा उठाने का कार्य करती है. इनलोगों को लगातार दो तीन महीने से वेतन का भुगतान नहीं होने से ये लोग आक्रोशित होकर सड़क जाम कर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मौके पर मौजूद सफाई कर्मियों की मानें तो लगातार तीन महीने से वेतन नहीं मिलने से परेशानी बढ़ गई है. बच्चों का पढ़ाई बाधित हो गया है. राशन वाले राशन देना बंद कर दिया है. रूम का किराया समय पर नही देने से परेशानी बढ़ गई और इन्हीं समस्याओं से आजिज होकर आज विरोध प्रदर्शन को हम लोग बाध्य हुए हैं.

कुल 600 एजेंसी कर्मियों के भुगतान के लिए सूची भेजी गयी

इस बावत नगर निगम मेयर प्रिया से जानने का प्रयास किया, तो उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में दिए वगैर साइन के लिए प्रभारी नगर आयुक्त सह DDC को भेज दिया गया. वहां से जानकारी मिली कि कुल 600 एजेंसी कर्मियों के भुगतान के लिए सूची भेजी गयी. सूची मंगवाकर देखने से पता चला कि इसमें फर्जी नाम शामिल कर फर्जीवाड़ा किया गया है. इनलोगों की मंशा थी. फर्जी सूची पर साइन करवाकर कानूनी रूप से फर्जी सूची को वैध करवाना, फिर आयुक्त व मेयर के बीच मतभेद पैदा करना. वैसे नगर निगम के सफाई कर्मियों का भुगतान आज उनके एकाउंट में भेजा जा रहा है. वही, एजेंसी कर्मियों के वेतन का भुगतान सूची के जांचोपरांत होगा. सफाई कर्मियों का विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम जारी था. अब देखना लाजिमी होगा कि अधिकारियों के पहल व वार्ता के बाद जाम को हटाने में कामयाबी मिलती है या नहीं.