गणतंत्र दिवस 2023: बिहार की राजधानी पटना से लेकर दिल्ली तक जश्न का माहौल
देश आज अपने 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है.
highlights
- देश मना रहा है 74वां गणतंत्र दिवस
- पूरे देश में जश्न का माहौल
- पटना के गांधी मैदान में कार्यक्रम
- चप्पे-चप्पे पर तैनात है फोर्स
Patna:
देश आज अपने 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. कर्तव्य पथ पर आज एक बार फिर से तीनों सेनाओं का शौर्य देखने को मिलेगा. गणतंत्र दिवस के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना से लकेर देश की राजधानी दिल्ली तक सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं. जमीन से आसमान तक निगरानी की जा रही है. चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात है ताकि किसी भी परिस्थितियों से निबटा जा सके. पूरा देश जश्न-ए-गणतंत्र में डूबा हुआ है. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू थोड़ी ही देर में झंडोतोलन करेंगी.
पटना के गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस पर कार्यक्रम
बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गणतंत्र दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. गांधी मैदान में 12 झांकियां गणतंत्र दिवस के अवसर पर लोगों का दिल जीतेंगी. इन झांकियों में बिहार सरकार की चल रही परियोजनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा. झांकियों में शराबबंदी को प्रदर्शित करने वाली झांकी में शराब के सेवन से होने वाले कुप्रभाव को दर्शाया जाएगा. इसके अलावा झाकियों में महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा कामकाजी महिलाओं के लिए 'पालनाघर' परियोजना को झांकी द्वारा दिखाया जाएगा. इसमें कामकाजी महिलाएं अपने बच्चों को काम पर ले जा सकती है और यहां बच्चों को रखा जा सकता है.
मिस्र के राष्ट्रपति हैं मुख्य अतिथि
इस बार की रिपब्लिक डे परेड इसलिए भी खास है. क्योंकि इसमें मिस्र से 120 सदस्यीय सैन्य दस्ता भी परेड में शामिल हो रहा है और परेड में बौतार मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तेह अल-सीसी. गणतंत्र दिवस परेड में सेना के शौर्य-शक्ति और पराक्रम को देखने के बाद अब्दुल फ़तेह अल-सीसी भारत के साथ रक्षा, सुरक्षा, साइबर सिक्योरिटी और एग्रीकल्चर जैसे क्षेत्रों में क़रीब दर्जनभर समझौते कर सकते हैं. लेकिन सबसे खास बात ये है कि मिस्र रक्षा क्षेत्र में भारत का सहयोगी बनना चाहता है. कभी सेना प्रमुख रहे अब्दुल फ़तेह अल-सीसी मिस्र की सेना को और मज़बूत करना चाहते हैं. और इसके लिए उन्होंने भरोसा जताया है मेक इन इंडिया हथियारों पर. वो हथियार जो इस बार कर्तव्य पथ पर भारत की सैन्य शक्ति की अमिट शौर्य गाथा और पराक्रम का बखान करेंगे. वो स्वदेशी हथियार जो रक्षा क्षेत्र में तेजी से बढ़ते भारत को शोकेस करेंगे. इसीलिए तो मिस्र ने भारत को हर दो साल में एक बार होने वाले अमेरिका और मिस्र के साझा युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए न्योता भी दे दिया है. ये युद्धाभ्यास इस साल सितंबर में मिस्र में होगा.
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र की पहली परेड
कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की ये पहली परेड है. यही वजह है कि इस परेड को ऐतिहासिक बनाने के लिए ऐसा होने वाला है जैसा पहले कभी नहीं हुआ. इंडियन एयरफोर्स ने जो तैयारियां की हैं उसे देखकर हर कोई अचंभित रह जाएगा. इस बार के रिपब्लिक डे परेड में क्या-क्या पहली बार हो रहा है. और क्या-क्या खास है. वो सबकुछ आपको दिखाएंगे और बताएंगे, लेकिन उससे पहले एयरफोर्स की खास तैयारियों पर नजर डाल लेते हैं.
- एयरफोर्स का 50 विमानों के साथ फ्लाईपास्ट
- फ्लाईपास्ट में 23 लड़ाकू विमान
- 18 हेलीकॉप्टर भी फ्लाईपास्ट में
इंडियन एयरफोर्स इस बार रिपब्लिक डे परेड में 50 विमानों के साथ फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेगी. जिसमें 23 लड़ाकू विमान और 18 हेलीकॉप्टर शामिल होंगे. 8 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और एक विंटेज एयरक्राफ्ट डकोटा भी प्लाईपास्ट को खास बनाएगा. एयरफोर्स की झांकी 'पावर बियोंड बाउंड्रीज' की थीम पर तैयार की गई है. अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़ते हुए विमान अपनी मैन्यूवरिंग स्किल्स दिखाने वाले हैं. इनमें 9 राफेल जेट भी शामिल होंगे.
- 'भीम' और 'बजरंग' जैसे एरियल फॉर्मेशन्स होंगे
- 'भीम' फॉर्मेशन में, एक C-17 विमान दो सुखोई-30 से घिरा होगा
- 'वजरंग' फॉर्मेशन में, एक C-130 विमान चार राफेल विमानों से घिरा होगा
- चार राफेल नेत्र फॉर्मेशन का हिस्सा होंगे
- और एक राफेल फ्लाई पास्ट के लास्ट में 'वर्टिकल चार्ली' के साथ फ्लाईपास्ट का शोस्टॉपर होगा
गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड भी एयरफोर्स के फ्लाईपास्ट का हिस्सा बनेगा. जो फ्लाई पास्ट के दौरान अलग-अलग फॉर्मेशन में उड़ान भरेगा. राफेल ओर सुखोई समेत एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों के साथ नौसेना का सबसे पुराना टोही विमान IL-38 कर्तव्य पथ के आकाश पर पहली और आखिरी बार अपने जौहर दिखाएंगे. नेवी के इस विमान को गणतंत्र दिवस परेड में पहली और आखिरी बार देखा जाएगा. क्योंकि इस साल के आखिर में IL-38 विमान रिटायर कर दिया जाएगा. कर्तव्य पथ पर नेवी भी इतिहास रचेगी. 26 जनवरी को पहली बार तीन महिलाएं और पांच पुरुष अग्निवीर गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लेंगे. 144 युवा नाविकों की नौसेना टुकड़ी का नेतृत्व कंटिजेंट कमांडर के रूप में लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत करेंगी.
एयरफोर्स की मार्चिंग कंटिजेंट, झांकी और फ्लाईपास्ट के साथ पहली बार स्पेशल फोर्स गरुड़ कमांडो का दस्ता भी हिस्सा लेगा. गरुड़ कमांडो का ये दस्ता एयरफोर्स की झांकी के साथ दो जिप्सी में अपनी आकर्षक यूनीफॉर्म में नजर आएगा.
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