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चिराग ने तेजस्वी को वायरल वीडियो पर लिखा पत्र, कहा- अभद्र भाषा मेरे कल्पना से परे

तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आरजेडी कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और उनकी मां के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ.

Updated on: 19 Apr 2024, 03:40 PM

highlights

  • चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव को वायरल वीडियो पर लिखा पत्र
  • कहा- माताजी का अपमान करने वालों पर तत्काल कार्रवाई करें
  • मां के बारे में ऐसी अभद्र भाषा मेरे लिए कल्पना से परे

Patna:

तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आरजेडी कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और उनकी मां के लिए अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. यह कार्यक्रम जमुई में आयोजित की गई थी. वहीं, वीडियो के वायरल होते ही एनडीए नेता लगातार आरजेडी पर हमला कर रही है. इसके साथ ही पार्टी से उन नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं जो वीडियो में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं. खुद चिराग पासवान ने भी इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रया देते हुए भावुक हो उठे और कहा कि  तेजस्वी के व्यवहार से दुखी हूं. तेजस्वी से मेरा रिश्ता काफी पुराना है और वे मेरे छोटे भाई की तरह है. मेरे छोटे भाई वहां खड़े थे. हम लोग अलग-अलग राजनीति पार्टी में हैं, इस वजह से हम एक-दूसरे को गाली तो नहीं देंगे. चिराग के सपोर्ट में चाचा पशुपति पारस भी नजर आए और ट्वीट कर उन्होंने इसकी निंदा की.

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चिराग ने तेजस्वी को लिखा पत्र

वहीं, अब चिराग ने इस वीडियो को लेकर तेजस्वी यादव को पत्र लिखा है. पत्र में तेजस्वी को चिराग ने छोटा भाई बताया है. चिराग ने पत्र की शुरुआत करते हुए लिखा कि प्रिय श्री तेजस्वी यादव जी, देशभर में चल रहे लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर इन दिनों आप काफी व्यस्त होंगे. आशा करता हूं कि आप और आपके परिवारजन सभी स्वस्थ होंगे. मैं ऐसी बातों को सार्वजनिक करने के पक्षधर कभी नहीं रहा, लेकिन कुछ बातें जनता के बीच भी आनी जरूरी है. मैंने सदैव आपको अपना छोटा भाई माना और आपके व अपने परिवार में कभी फर्क नहीं समझा.

आरदरणीय श्रीमति राबड़ी देवी व श्री लालू प्रसाद यादव को हमेशा माता-पिता तुल्य माना. आपके संज्ञान में एक बात लाना चाहता हूं कि विगत कुछ दिनों पहले जब जमुई में आप एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, तभी कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा मुझे और मेरे परिवार को लेकर आपके सामने ही अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया. इतना ही नहीं गाली-गलौज जैसी भाषा का प्रयोग किया गया, जो बेहद निंदनीय है. मुझे दुख तब हुआ, जब आपकी आंखों के सामने घटित इस घटना पर आप खामोश थे. आपकी पार्टी की प्रत्याशी खुद एक महिला होते हुए इसे नजरअंदाज करती दिखीं. मंच के ठीक आगे पहली पंक्ति में खड़े लोग चिल्ला-चिल्लाकर मुझे और मेरी मां को गाली दे रहे थे और आप खामोशी से खड़े थे. 

'माताजी का अपमान करने वालों पर आप तत्काल कार्रवाई करेंगे'

आगे चिराग ने लिखा कि मैं आपकी मां राबड़ी देवी और अपनी मां में कोई फर्क नहीं समझा. ऐसे में मुझे आपसे उम्मीद नहीं थी. मैं मानता हूं कि राजनीतिक दलों के विचार अलग हो सकते हैं, मतभेद हो सकते हैं, लेकिन वैमनस्य होना उचित नहीं है. किसी के मां के बारे में ऐसी अभद्र भाषा मेरे लिए कल्पना से परे है. मैंने अपने पिता  से रिश्तों की पहचान करना सीखा है. राजनीतिक रिश्तों के साथ पारिवारिक रिश्ते भी जरूरी होते हैं. अंत मैं चिराग ने लिखा कि मैं आशा करता हूं कि मेरी माताजी का अपमान करने वालों पर आप तत्काल कार्रवाई करेंगे.