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प्यार के आगे झुका पूरा गांव, धूमधाम से मुस्लिम लड़की ने की हिंदू लड़के से शादी, सभी बने बाराती

कहते हैं प्यार अंधा होता है, उसे न ऊंच-नीच का पता होता है, न जात-पात का, बस होता है, ठीक उसी तरह जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर दो प्यार करने वाले दो प्रेमी जोड़ों ने ग्रामीणों के उपस्थिति में शादी कर ली.

Updated on: 21 Mar 2023, 01:26 PM

Chapra :

कहते हैं प्यार अंधा होता है, उसे न ऊंच-नीच का पता होता है, न जात-पात का, बस होता है, ठीक उसी तरह जात-पात और धर्म से ऊपर उठकर दो प्यार करने वाले दो प्रेमी जोड़ों ने ग्रामीणों के उपस्थिति में शादी कर ली. दूल्हे के जोड़े में सजा लड़का गया युवक गढ़खा निवासी फुलेना प्रसाद का 22 वर्षीय पुत्र राजा बाबू है, जबकि दुल्हन के जोड़े में प्यारी से सुन्दर लड़की उसी गांव के साबिर आलम की बेटी 19 वर्षीय मुस्कान खातून है. इन दोनों की लव स्टोरी भी किसी फिल्म से कम नहीं है, दरअसल राजा बाबू और मुस्कान खातून दोनों एक ही मोहल्ले के रहने वाले हैं और दो साल पहले दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया, फिर दोनों ने साथ जीने और मरने की कसम खाली, लेकिन समाज की जाति और धर्म की बेड़ियों के आगे दोनों बेबस थे. फिर समाज को देखते हुए दोनों ने यहां से हटकर अपनी अलग दुनिया में बसने की सोची और फिर तीन महीने पहले दोनों साथ में घर छोड़कर गुजरात भाग गए. इसके बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. जैसे-जैसे समय बीत रहा था लोग बातें बना रहे थे. दो महीना तक साथ रहने के बाद ग्रामीणों के दबाव से दोनों प्रेमी जोड़ें वापस गांव लौट आए, जिसके बाद ग्रामीणों की पंचायत बैठी और सहमति बनी फिर दोनों परिवारों से उनकी रजामंदी पूछी गई, लिहाजा दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद छपरा के गरखा में सोमवार को बिना लगन के ही दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से पास के एक मंदिर में शादी करवाई गई. बता दें कि इस शादी को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बराती बन कर पहुचें. सभी ने इस न्यू कपल को अपनी शुभकामनाएं दी.

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प्यार से शादी तक 

जानकारी के अनुसार, रीना प्रसाद का लड़का राजा बाबू और साबिर अली शाह की बेटी निशा की स्कूल टाइम से ही प्रेम प्रसंग चल रहा था और फिर पिछले दो सालों में यह प्यार परवान चढ़ा. इसी बीच मौका पाकर दोनों गांव से फरार हो गए. इसको लेकर दोनों परिवारों में जमकत विवाद भी हुआ, लेकिन बाद में गांव की पंचायत ने स्थिति को संभाला और बातचीत कर दोनों इस प्रेमी जोड़ें को मूर्त रूप देने के लिए राजी कर लिया. उसके बाद  लड़की ने हिंदू रीति रिवाज से शादी करना स्वीकार किया. फिर मंदिर में धूमधाम से दोनों की शादी करा दी गई.

लड़के की मां ने इस नेक कार्य के लिए पंचायत का किया शुक्रिया

आपको बता दें कि गांव के लोग इस शादी को लेकर अब काफी खुश दिख रहे हैं. वहां के लोगों का कहना है कि, ''यदि दोनों की सहमति इसी में है तो ग्राम पंचायत को कोई परेशानी नहीं है.'' वहीं लड़के कि मां चंदा देवी भी इस शादी में शामिल हुईं और काफी खुश थी. लड़के कि मां का कहना है कि, ''वो इस शादी से काफी खुश हैं और इस नेक कार्य के लिए ग्राम पंचायत की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस शादी को न सिर्फ मान्यता दी, बल्कि शादी में शामिल भी हुए.'' वहीं लड़की के परिवार भी इस शादी से काफी खुशी दिखें.