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कोरोना को लेकर बिहार अलर्ट, पटना के अस्पताल में 77 और बेड की व्यवस्था, भर्ती से पहले ये है जरूरी

बिहार में तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पटना शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पीएमसीएच और पटना एम्स में कोविड को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इन अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज की तैयारी की जा रही है,

Updated on: 31 Mar 2023, 05:01 PM

highlights

  • कोरोना को लेकर बिहार अलर्ट 
  • पटना के अस्पताल में 77 बेड की व्यवस्था
  • भर्ती से पहले कोविड जांच अनिवार्य

 

Patna:

बिहार में तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए पटना शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस), पीएमसीएच और पटना एम्स में कोविड को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इन अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज की तैयारी की जा रही है, यहां बेड तैयार किए गए हैं. बता दें कि तीनों अस्पतालों को मिलाकर कुल 77 बेड रिजर्व किए गए हैं. इनमें पीएमसीएच में 30 बेड का जनरल और 5 बेड का आईसीयू, आईजीआईएमएस में 10 बेड का जनरल और 3 बेड का आईसीयू और पटना एम्स में 30 बेड का आईसीयू बेड कोविड मरीजों के लिए अलग से रखा गया है. आरक्षित बेड पर सिर्फ कोरोना संक्रमितों का इलाज होगा, अस्पताल के अन्य मरीजों को न तो यहां आना-जाना पड़ेगा और न ही कोई रास्ता बचेगा.

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बढ़ते संक्रमण को देख सिस्टम फिर अलर्ट
आपको बता दें कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने अपने व्यवस्था को और दुरुस्त करने में लग गए हैं ताकी मरीजों को आने वाले समय में कोई दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े. जानकारी के मुताबिक पटना के सभी अस्पतालों के बेड लगभग फुल हो चुके हैं. पिछले साल कोरोना की लहर में पीएमसीएच में 100 और एनएमसीएच में 100 बेड रखे गए थे. वहीं, पटना एम्स में 100 बेड थे, उसे 30 और बढ़ा दिया गया. साथ ही आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए फिलहाल 13 बेड की व्यवस्था कर दी गई है. इसके अलावा भर्ती से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है, अगर मरीज पॉजिटिव आता है तो उसे कोविड वार्ड में ही भर्ती किया जाएगा.

अब तक अस्पतालों में नहीं है कोई कोविड मरीज
आपको बताते चलें कि पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आइएस ठाकुर ने कहा कि 35 बेड कोविड वार्ड के लिए रिजर्व हैं. इस दौरान अगर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो बेड की संख्या और अधिक बढ़ जाएगी. हालांकि राहत की बात यह है कि संबंधित तीन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एक भी कोविड मरीज भर्ती नहीं है. बता दें कि कोरोना के इस बढ़ते केस को देखते हुए फिर से जीनोम सीक्वेसिंग टेस्ट की तैयारी की जा रही है. फिलहाल कौन सा वेरिएंट है, इसकी पहचान की जाएगी. नए कोविड पॉजिटिव व्यक्ति के सैंपल का जीनोम टेस्ट शहर के आईजीआईएमएस में किया जाएगा, इसी क्रम में पटना एयरपोर्ट, पटना जंक्शन व बस स्टैंड पर आने-जाने वाले यात्रियों के अधिक से अधिक सैंपल लिए जाएंगे.

फिर से कोविड ने दी दस्तक 
सिविल सर्जन डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि, ''बीते 15 दिनों में पटना जिले में फिर से कोविड के मामले मिलने शुरू हो गए हैं. हालांकि अभी तक मिले मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं, लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखते हुए कोरोना की जांच की जाएगी.