मैं अपने भारतीय कोच से ख़ुश हूं, विदेशी कोच की ज़रूरत नहीं- दीपा कर्माकर
भारत का नाम रौशन करने वाली दीपा कर्माकर ने कहा कि भविष्य में उनका लक्ष्य भारत को स्वर्ण पदक दिला कर पोडियम पर खड़े होना है।
नई दिल्ली:
रियो ओलम्पिक में जिमनास्टिक्स में भारत का नाम रौशन करने वाली दीपा कर्माकर ने कहा कि भविष्य में उनका लक्ष्य भारत को स्वर्ण पदक दिला कर पोडियम पर खड़े होना है। कर्माकर ने प.बंगाल के सिलिगुड़ी में एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वो मौका चूक गयीं, विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी जिमनास्ट सिमोर एरिएने बाइल्स से मुक़ाबला करते हुए उन्हें 15.06 प्वाइंट्स के साथ चौथा स्थान हासिल किया। उन्होंने कहा कि वो अपने भारतीय कोच से संतुष्ट है और उन्हें विदेशी कोच की ज़रूरत महसूस नहीं होती है। क्योंकि हर कोच तिरंगे को दुनिया भर में ऊंचा करना चाहता है और इसलिए वो अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश करते हैं।
उन्होंने कहा कि रियो ओलंपिक में सभी भारतीय कोच को ज़बरदस्त सफलता मिली है। उन्होंने अपने कोच बिश्वेश्वर नंदी की देख-रेख में प्रेक्टिस शुरु कर दी है और आगे के बारे में सोच रही हैं।
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Kya Kehta Hai Hinduism: हिंदू धर्म में क्या है मुस्लिमों का स्थान, सदियों पुराना है ये इतिहास
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग