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उमेश यादव को ड्रॉप नहीं किया, बल्कि इस वजह से हुए हैं टीम से बाहर

Umesh Yadav

Updated on: 26 Jun 2023, 06:11 PM

नई दिल्ली:

वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारत की टेस्ट और वनडे टीम का ऐलान किया जा चुका है. WTC फाइनल में मिली हार के बाद टेस्ट टीम से चयनकर्ताओं ने बड़े कदम उठाते हुए अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और तेज गेंदबाज उमेश यादव Umesh Yadav को टीम से ड्रॉप कर दिया गया. इनकी जगह टीम में युवा खिलाड़ियों पर दांव लगाया गया, जिनमें बल्लेबाजों में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ वहीं गेंदबाजों में मुकेश कुमार का नाम शामिल है. 

बात अगर उमेश यादव की करें तो उनके टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद क्रिकेट के गलियारों में इस तरह के बातें की जानें लगी कि क्या अब उनका करियर खत्म हो गया है? क्या उमेश ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेल लिया है? अनुभवी तेज गेंदबाज के करियर पर सवालिया निशान उठने लगे थे, लेकिन इसी बीच बीसीसीआई का एक चौंकाने वाला बयान सामने आया. बोर्ड की ओर कहा गया है कि उमेश को ड्रॉप नहीं किया गया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक उमेश को खराब प्रदर्शन के कारण नहीं बल्कि चोटिल होने के कारण टीम से बाहर किया गया है. 50 से ज्यादा टेस्ट मैच खेल चुके उमेश को हैमस्ट्रिंग में चोट के चलते ही वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया है. आईपीएल 2023 के दौरान भी उनको हैमस्ट्रिंग की समस्या से जूझते हुए देखा गया था.

बीसीसीआई के एक सूत्र ने अपने बयान में कहा है कि, 'उमेश हैमस्ट्रिंग की चोट से जूझ रहे हैं और फिलहाल बेंगलुरु मे नैशनल क्रिकेट अकादमी में रिकवर हो रहे हैं.'

WTC फाइनल में उमेश यादव काफी खराब फॉर्म में नजर आए थे. पूरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह सिर्फ 2 विकेट लेने में सफल हुए थे. पहली पारी में उनके खाते में एक भी विकेट नहीं आया था. 2023 में खेले 3 मैचों में वह 56 की औसत से केवल 5 विकेट ही ले सके. पिछले साल 2022 में उनके खाते में 3 मुकाबलों में 9 विकेट ही आए थे.

2011 से भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल रहे उमेश ने अब तक 57 टेस्ट मैचों में 170 विकेट लिए हैं. सूत्र के अनुसार उमेश के लिए भारतीय टीम में वापसी के रास्ते बंद नहीं हुए हैं. सूत्र ने कहा, 'अगर अजिंक्य रहाणे को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से पहले 15 महीने तक टीम से बाहर रहने के बाद भी उपकप्तान बनाया जा सकता है तो कोई भी वापसी कर सकता है. किसी भी सीनियर खिलाड़ी के लिए वापसी के रास्ते बंद नहीं हुए हैं.'

सूत्र ने आगे कहा, 'इसका अर्थ बस इतना है कि आपको कहीं न कहीं तो बदलाव की प्रक्रिया आरंभ करनी होगी. सिलेक्टर्स ऐसा नहीं चाहते कि सभी सीनियर्स एक साथ छोड़ दें और आपके ड्रेसिंग रूम में कोई भी अनुभवी खिलाड़ी न बचा हो.'

By Akhil Gupta