logo-image
लोकसभा चुनाव

Lord Vishnu Puja: गुरुवार को इस तरह तरह करें विष्णु देव की पूजा, नौकरी में मिलेगी तरक्की 

Guruwar Ki Puja: बृहस्पतिवार का दिन विष्णु देव को समर्पित होता है. अगर इस दिन सही विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाए तो नौकरी में तरक्की मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं.

Updated on: 09 May 2024, 10:51 AM

New Delhi :

Lord Vishnu Puja: विष्णु भगवान, हिन्दू धर्म के एक प्रमुख देवता हैं और उनकी पूजा से मानव जीवन को धार्मिक, आध्यात्मिक, और सामाजिक दृष्टि से समृद्धि मिलती है. गुरुवार को विष्णु जी की पूजा का महत्व विशेष रूप से उनके उपासकों के लिए होता है. गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करने से मान्यता है कि उनकी कृपा से मनुष्य के जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख-शांति आती है. विष्णु भगवान की पूजा से भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होती है जो व्यक्ति को उनके उद्दीपन में मजबूत करती है. गुरुवार को विष्णु जी की पूजा का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु का व्रत मान्य होता है. विष्णु भगवान की पूजा के द्वारा उनके उपासक अपने जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य, और सामाजिक सम्बन्धों में स्थिरता प्राप्त कर सकते हैं. इस दिन भक्त विष्णु सहायता की प्रार्थना करते हैं और उनके चरणों में अपने जीवन को समर्पित करते हैं. इसके अलावा, विष्णु भगवान की कृपा से दुःख और अशुभ ग्रहों का प्रभाव भी कम होता है. गुरुवार को विष्णु जी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, सुख, और शांति का अनुभव होता है और वह धार्मिक रूप से भी समृद्ध होता है.

गुरुवार की पूजा के लिए सामग्री

भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर

गंगाजल

चंदन

फूल

धूप

दीपक

नैवेद्य (फल, मिठाई, आदि)

पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, और चीनी का मिश्रण)

तुलसी के पत्ते

शंख

गुरुवार की पूजा विधि 

सबसे पहले, स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहन लें. पूजा स्थान को साफ करके भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. दीपक और धूप जलाएं. पूजा स्थान पर आसन बिछाकर बैठ जाएं. भगवान विष्णु की पूजा करने का संकल्प लें. गंगाजल से आचमन करें. शोडशोपचार पूजन करें 

षोडशोपचार में 16 उपचार अर्पित किए जाते हैं

आसन भगवान विष्णु को आसन अर्पित करें (चावल या फूल)

पाद्य पैर धोने के लिए जल अर्पित करें

अर्घ्य जल, दूध, सुगंधित जल, फूल, अक्षत से अर्घ्य दें

आचमन भगवान को जल से आचमन कराएं

स्नान भगवान को स्नान कराएं (दूध, दही, घी, शहद, और जल से)

वस्त्र भगवान को वस्त्र अर्पित करें (नया वस्त्र या फूल)

आभूषण भगवान को आभूषण अर्पित करें (फूलों का हार)

गंध सुगंधित धूप या तेल अर्पित करें

पुष्प फूल अर्पित करें

फल फल अर्पित करें

नैवेद्य नैवेद्य अर्पित करें (भोग)

तांबूल तांबूल (सुपारी, लौंग, इलायची, जायफल) अर्पित करें

दीप दीप जलाएं

धूप धूप जलाएं

निवेदन भगवान विष्णु से अपनी मनोकामना कहें

प्रदक्षिणा भगवान विष्णु की प्रदक्षिणा करें

ये सब करने के बाद अब ाप भगवान विष्णु के मन्त्रों का जाप करें. उनकी आरती गाएं और अंत में नैवेद्य को प्रसाद रूप में ग्रहण करें. पूजा करते समय ध्यान केंद्रित रखें और मन को शांत रखें. भगवान विष्णु को प्रेम और भक्ति भाव से पूजा करें. नियमित रूप से गुरुवार को भगवान विष्णु की पूजा करने से आपको उनकी कृपा प्राप्त होगी. अगर आप किसी विशेष कामना के लिए पूजा कर रहे हैं, तो पूजा के बाद व्रत भी रख सकते हैं.

Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)