क्या है हनुमान जी का वाट्सअप नंबर, मैसेज पढ़ते ही पूरी कर देते हैं आपकी मनोकामना
Whatsapp Wale Hanuman Ji: हनुमान जी के भक्त विश्वभर में हैं. अर्जी वाले हनुमान के नाम से मशहूर भोपाल का एक मंदिर अब वाट्सऐप वाले हनुमान के नाम से मशहूर हो रहा है. क्या है पूरी कहानी आइए जानते हैं.
नई दिल्ली:
Whatsapp Wale Hanuman Ji: आधुनिक दौर में सिर्फ आप ही नहीं बल्कि भगवान भी टेक्नोलॉजी फ्रेंडली बन चुके हैं. भारत में एक से एक चमत्कारी, रहस्यमयी अनोखे मंदिर हैं. इन मंदिरों में दर्शन मात्र से कहते हैं सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. लेकिन भारत में एक ऐसा मंदिर भी है जहां लोग वाट्सऐप पर अपना मैसेज भेजते हैं और भगवान इसे पढ़ते ही उनकी मनोकामना पूरी कर देते हैं. शायद आपको विश्वास ना हो लेकिन ये सच है और कई भक्तों ने इस बात का दावा किया है. हनुमान जी के भक्तों का मानना है कि उनके हनुमान बाबा अब हाईटेक बन चुके हैं और वो प्रार्थना की अर्ज़ियां वाट्सऐप पर लेते हैं. कहां हैं 'वॉट्सऐप वाले हनुमानजी' का मंदिर और हनुमान जी का वाट्सऐप मोबाइल नंबर क्या है आइए आपको सब बताते हैं.
कहां है 'वॉट्सऐप वाले हनुमानजी' का मंदिर
मध्यप्रदेश के भोपाल शहर के नेहरू नगर में 'अर्जी वाले हनुमान मंदिर' के नाम से हनुमानजी का मंदिर है. पहले इन्हें अर्जी वाले हनुमान ही कहा करते थे लेकिन अब मॉर्डन समय में इनका नाम वाट्सऐप वाले हनुमान जी के नाम से मशहूर है. इस मंदिर में देश-विदेश से लाखों करोड़ों भक्त अपनी अर्जियां लगाया करते थे. लेकिन अब मॉर्डन टेकनोलॉजी के चलते ये मंदिर विदेशों में तेज़ी से मशहूर हो चुका है. सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि अन्य देशों और अन्य धर्मों के लोग भी अब बाबा हनुमान को मैसेज भेजकर प्रार्थना करते हैं.
अब आप भी अगर ये सोच रहे हैं कि आपको भी उन्हें वाट्सऐप मैसेज भेजना है. अपनी मनोकामना पूरी करवानी है लेकिन इसका नंबर क्या है तो आइए आपको ये भी बताते हैं.
किस मोबाइल नंबर पर भेजे हनुमान जी को संदेश
ये नंबर आप तक पहुंचाने से पहले हमने इस पर खुद बात की. नंबर डायल किया तो इसे पंडित नरेंद्र दीक्षित (सिद्ध सरकार) ने उठाया. उन्होंने मंदिर के इतिहास और इस बात से जुड़ी कई अहम जानकारी हमें दी. पंडित नरेंद्र दीक्षित ने बताया कि उन्हें हर दिन 15,000 से 20,000 मैसेज वाट्सअप पर आते हैं. जिनकी मनोकामना पूरी होती है वो धन्यवाद पत्र भी लिखते हैं.
पंडित जी ने बताया आज से लगभग 40-50 पहले इस मंदिर की नींव रखी गई. तब हनुमान बाबा के नामकरण संस्कार में अ अक्षर आया जिसके बाद इनका नाम अर्जी वाले हनुमान रख दिया गया. पहले बच्चों से ये परंपरा शुरु हुई थी. स्कूल जाने वाले छात्र बाबा को अपनी अर्जी लगाया करते थे. हर बच्चे की मनोकामना जब पूरी होने लगी तो भोपाल शहर में रहने वाले आसपास के लोग भी यहां आकर अपनी अर्जी लगाने लगे.
तीन तरह की अर्जी यहां लगती हैं. नारियल, सुपारी, 1 रुपये का सिक्का और हल्दी अगर सफेद कपड़े में बांधकर अर्जी लगाते हैं तो इससे राजनीति, व्यापार और घर की सुख शांति की मनोकामना पूरी होती है. इस सामग्री में सफेद कपड़े की जगह अगर पीला कपड़ा लगाकर अर्जी लगाते हैं तो शादी की मनोकामना पूर्ण होती है और ग्रह दोष दूर करने के लिए लाल रंग के कपड़े के साथ नारियल, सुपारी, 1 रुपये का सिक्का और हल्दी के साथ अर्जी लगाते हैं.
ये मंदिर भले ही 40-50 साल पुराना हो लेकिन इस मंदिर का चबुतरा ऐतिहासिक और प्राचीन है जिस वजह से यहां इस मंदिर का निर्माण किया गया. 400-500 साल पुराने मंदिर के चबुतरे में नाग नागिन रहा करते थे. इस सिद्ध बाबा चबुतरा भी कहा जाता है.
पंडित जी ने बताया कि अब धीरे-धीरे लोग इस परंपरा को बदलते जा रहे हैं और अपनी अर्जी वाट्सऐप पर भेजने लगे हैं. हम मंत्रोच्चार के साथ उनकी अर्जी हनुमान बाबा तक पहुंचाते हैं और जिन लोगों की अर्जी वो पढ़ लेते हैं उनकी मनोकामना पूरी होती है.
मनोकामना पूरी करने के बाद वही लोग वाट्सऐप पर धन्यवाद पत्र भी भेजते हैं. कुछ लोग दान दक्षिणा भी भेजते हैं. हनुमान बाबा की कृपा और आशीर्वाद का ये सिलसिला अब दुनियाभर में फैल चुका है. हनुमानजी को 982731604, 7003 35328 नंबर पर आप वाट्सऐप ( hanuman ji ka whatsapp mobile number) कर सकते हैं. अपना मैसेज भेज सकते हैं. दोनों नंबर श्री अर्जी वाले हनुमान जी महाराज के दरबार के ही हैं.
अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो सही ऐड्रेस भी जान लें - श्री अर्जी वाले हनुमान श्री सिद्ध सरकार दरबार s54 गली नेहरू नगर चौराहा के पास भोपाल
ये सारी जानकारी इंटरनेट और पंडित जी द्वारा बतायी गयी बातों पर आधारित है. न्यूज़ नेशन इसकी पुष्टि नहीं करता.
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