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Vibhuvana Sankashti Chaturthi 2023: आज है विभुवन संकष्टी चतुर्थी, धन, सुख-समृद्धि, वास्तु दोष दूर होगा दूर, करें ये उपाय

Vibhuvana Sankashti Chaturthi 2023: शुक्रवार का दिन धन की देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है लेकिन अधिकमास की विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन कल साथ में भगवान गणेश की पूजा करने से आपको लाभ मिलेगा.

Updated on: 04 Aug 2023, 10:40 AM

नई दिल्ली:

Vibhuvana Sankashti Chaturthi 2023: अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विभुवन संकष्टी चतुर्थी आती है. कुछ लोग इसे अधिक मास संकष्टी चतुर्थी या मलमास संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. इस साल सावन 59 दिनों का है. 2 अगस्त से 7 अगस्त तक पंचक लगा हुआ है ऐसे में विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन भद्रा और पंचक दोनों लगे रहेंगे. 4 अगस्त को विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश भक्तों के पास भगवान की पूजा अर्चना और कुछ खास उपाय कर आप धन, सुख-समृद्धि, वास्तु दोष दूर कर सकते हैं. अगर आपके घर में शांति नहीं है. पैसे हैं लेकिन कम पड़ते हैं, कमाई के नए साधन भी नहीं बन रहे या फिर घर में वास्तु दोष है तो आपको इस दिन गणपति के कुछ उपायों से लाभ मिल सकता है. लेकिन सबसे पहले ये जानते हैं कि विभुवन संकष्टी चतुर्थी का समय कब से शुरु हो रहा है और ये कब तक रहने वाला है. 

विभुवन संकष्टी चतुर्थी 2023 मुहूर्त

विभुवन संकष्टी चतुर्थी तिथि की शुरूआत: 4 अगस्त, शुक्रवार, दोपहर 12 बजकर 45 मिनट से होगी और ये तिथि  05 अगस्त, शनिवार, सुबह 09 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगी. 

गणेश पूजा का शुभ समय: सुबह 05 बजकर 39 से लेकर सुबह 07 बजकर 21 मिनट तक

चंद्र अर्घ्य समय: रात 09 बजकर 20 मिनट से

भद्रा: सुबह 05 बजकर 44 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक

पंचक: पूरे दिन 

तो आप अगर गणेश भक्त हैं और आपके घर में किसी तरह का वास्तु दोष है या फिर धन की कमी है या सुख समृद्धि पाना चाहते हैं तो आपको कुछ उपाय जानने की जरुरत है. 

विभुवन संकष्टी चतुर्थी पर वास्तु दोष करें दूर

कामकाज में तरक्की पाना चाहते हैं तो वास्तुदोष दूर करें. जहां भी आप काम करते हैं उस टेबल को गणपत्ति बप्पा की ऐसी मूर्ति विराजमान करें जिसमें गणपति बप्पा अपने दोनों पैरों पर खड़े हों. अगर घर में वास्तु दोष है तो वहां भी आपको इसी तरह की मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए

विभुवन संकष्टी चतुर्थी पर कार्य में सफलता पाने के उपाय

विभुवन संकष्टी चतुर्थी के दिन आप गणेश जी को गेंदे का फूल, उसकी माला, गुड़, मोदक आदि अर्पित करें. दूर्वा चढ़ाएं और सर्वमनोकामना पूर्ति गणेश मंत्र ओम गं गणपतये नम: का जाप करें. इससे आपके कार्य सफल होंगे. विघ्न और बाधाएं दूर हो जाएंगी.

धन-संपत्ति और सुख-समृद्धि के लिए विभुवन संकष्टी चतुर्थी का उपाय 

विभुवन संकष्टी चतुर्थी पर पूजा के समय धनदाता गणेश स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. फिर उसके बाद ओम श्रीं ओम ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः मंत्र का कम से कम 11 माला का जाप करना चाहिए.