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Moon Mystery: चंद्रमा पर चीखने से भी नहीं सुन सकते हैं किसी की आवाज, जानिए क्या है वजह

Mystery of Moon: क्या आप जानते हैं कि धरती से चंद्रमा जितना खूबसूरता दिखता है वह वैसा नहीं है. कई बार रात में चंद्रमा को देखकर ऐसा लगता है कि काश! हम कभी वहां जाकर रह पाते, आपको बता दें कि पहले तो ये नामुमकिन है...

Updated on: 25 Jul 2023, 01:10 PM

highlights

  • चांद पर नहीं सुन सकते एक दूसरे की आवाज
  • चांद पर है वायुमंडल का अभाव
  • सुनने के लिए रेडियो तरंगों का किया जाता है इस्तेमाल

New Delhi:

Mystery of Moon: अंतरिक्ष की गहराई में असंख्या राज छिपे हुए हैं. जिनके बारे में इंसान की हमेशा उत्सुकता बनी रही है. दुनियाभर के वैज्ञानिक भी अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने की कोशिश कर रहे हैं और दूसरे ग्रहों पर लगातार मिशन भेज रहे हैं. हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने चांद पर पर अपना तीसरा मिशन चंद्रयान-3 को लॉन्च किया. जो चंद्रमा पर अलग-अलग चीजों की खोज करेगा. अब तक किए गए दावों के मुताबिक, चंद्रमा की मिट्टी में कई तरह के खनिज मौजूद हैं. यही वजह है कि दुनिया की कई एजेंसियां चंद्रमा पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. इसके साथ ही चांद की सतह पर पानी होने के सबूत भी मिल चुके हैं.

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वैज्ञानिक तो ये भी मानते हैं कि चांद पर जीवन के सबूत भी मिल सकते हैं. लेकिन वायुमंडल की कमी के चलते यहां जीवन की संभावना को स्वीकारना बेमानी है. आपको जानकर हैरानी होगी कि चांद पर आप एक दूसरे की आवाज नहीं सुन सकते. अगर आप चीखते भी हैं तब भी आपको किसी की आवाज यहां सुनाई नहीं देगी. पृथ्वी पर हम सब एक दूसरे की आवाज सुनकर ही उसका जवाब देते हैं. लेकिन चांद पर ऐसा कर पाना मुश्किल है क्योंकि यहां आप किसी की आवाज को सुन ही नहीं सकते.

चांद पर क्यों नहीं सुन सकता इंसान

बता दें कि जिस तरह से हम किसी वस्तु को एक से दूसरे स्थान तक भेजना चाहते हैं तो उसे भेजने के लिए हमें किसी माध्यम यानी वाहन की जरूरत होती है. ठीक आवाज के साथ भी ऐसा ही है. क्यों कि आवाज गैस, द्रव या ठोस के जरिए एक से दूसरे स्थान पर पहुंचती है. धरती पर आवाज का आवागमन गैस के जरिए होता है. जब आप बोलते हैं तो आपकी आवाज दूसरे इंसान के कानों तक गैस के जरिए ही पहुंचती है, लेकिन जहां गैस नहीं होती वहां आवाज भी एक से दूसरे स्थान तक नहीं पहुंच पाती. चांद पर ठीक वैसी ही स्थिति है.

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चंद्रमा पर नहीं है कोई वायुमंडल

बता दें कि चांद का कोई वायुमंडल नहीं है. जिसके चलते वहां कोई भी गैस नहीं है. हवा के जरिए ही आवाज एक से दूसरे स्थान पर पहुंचती है लेकिन चंद्रमा पर वायुमंडल की कमी के चलते आवाज इधर से उधर नहीं जाती. यही वजह है कि चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भी एक दूसरे की आवाज नहीं सुन सकते. बता दें कि ध्वनि एक ऊर्जा है जो तरंगों के रूप में होती है. जब ये तरंगें हमारे कान में पहुंचती हैं तो कंपन पैदा करती है. जिससे हमें सुनाई देता है. चंद्रमा पर आवाज सुनने के लिए वैज्ञानिक रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करते हैं.