Good Touch Bad Touch For Kids: बच्चों को गुड टच और बैड टच सिखाना क्यों है जरूरी, जानें सिखाने के तरीके
Good Touch Bad Touch For Kids: आज के समय में बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में सिखाना बहुत जरूरी हो गया है. इससे उन्हें सुरक्षित रहने और खुद को दुर्व्यवहार से बचाने में मदद मिलती है.
नई दिल्ली :
Good Touch Bad Touch For Kids: बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में सिखाना बेहद जरूरी होता है. यह उन्हें सुरक्षित रहने और गलत स्पर्श से खुद को बचाने में मदद करता है. बच्चों को सिखाया जाता है कि वे अपने शरीर के साथ जागरूक रहें और अगर उन्हें किसी अनचाहे स्पर्श का अनुभव होता है, तो उन्हें अपने बड़ों को बताना चाहिए. इससे बच्चों की सुरक्षा और सुरक्षितता सुनिश्चित होती है. आप अपने बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में कैसे सिखा सकते हैं अगर ये सोच रहे हैं तो आप ये तरीका अपनाएं.
ऐसे सिखाएं गुड टच और बैड टच
शुरुआती उम्र से ही बातचीत शुरू करें: बच्चों को 3-4 साल की उम्र से ही गुड टच और बैड टच के बारे में सिखाना शुरू करें. उन्हें बताएं कि उनके शरीर के कुछ हिस्से "निजी" हैं और उन्हें छूने का अधिकार केवल उन्हें ही है. बच्चों को सिखाएं कि अगर कोई उन्हें निजी हिस्सों को छूता है, तो उन्हें नहीं कहना चाहिए और तुरंत आपको बताना चाहिए.
स्पष्ट और सरल भाषा का प्रयोग करें: बच्चों को समझने में आसान भाषा का प्रयोग करें. उन्हें गुड टच और बैड टच के बीच अंतर समझाएं. उन्हें बताएं कि गुड टच प्यार और स्नेह दिखाने का तरीका है, जबकि बैड टच गलत और हानिकारक है.
उन्हें शरीर के अंगों के नाम सिखाएं: बच्चों को अपने शरीर के अंगों के नाम सिखाएं, विशेष रूप से निजी हिस्सों के नाम. उन्हें बताएं कि निजी हिस्सों को छूना गलत है, भले ही वह कोई परिवार का सदस्य या दोस्त ही क्यों न हो.
उन्हें "नहीं" कहने का अधिकार सिखाएं: बच्चों को सिखाएं कि अगर कोई उन्हें निजी हिस्सों को छूता है, तो उन्हें नहीं कहने का अधिकार है. उन्हें नहीं कहने के लिए प्रोत्साहित करें और उन्हें बताएं कि उन्हें डरने की कोई आवश्यकता नहीं है.
उन्हें आप पर भरोसा करने के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को बताएं कि यदि कोई उन्हें "निजी" हिस्सों को छूता है, तो उन्हें तुरंत आपको बताना चाहिए. बच्चों को विश्वास दिलाएं कि आप उनकी बात सुनेंगे और उनकी रक्षा करेंगे.
बच्चों को खुले और ईमानदार संवाद के लिए प्रोत्साहित करें: बच्चों को अपने शरीर और भावनाओं के बारे में आपसे खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित करें. उन्हें बताएं कि आप हमेशा उनकी बात सुनने और उनकी मदद करने के लिए तैयार हैं.
सुरक्षित रहने के लिए सिखाएं: बच्चों को सिखाएं कि अजनबियों से बात न करें और उनसे किसी भी तरह की मदद न लें. सिखाएं कि यदि वे खो जाते हैं, तो उन्हें किसी पुलिसकर्मी या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से मदद लेनी चाहिए.
सिखाएं कि वे अकेले नहीं हैं: बच्चों को बताएं कि कई बच्चे बैड टच का अनुभव करते हैं और उन्हें डरने की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्हें बताएं कि आप उनकी रक्षा करने के लिए हमेशा उनके साथ हैं.
हर बच्चा अलग होता है और कुछ बच्चे दूसरों की तुलना में अधिक संवेदनशील होते हैं. अपने बच्चों को उनकी उम्र और समझ के स्तर के अनुसार सिखाएं. यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे को "बैड टच" का अनुभव हुआ है, तो तुरंत किसी विश्वसनीय व्यक्ति या मनोवैज्ञानिक से संपर्क करें. यह भी ध्यान रखें कि गुड टच और बैड टच के बारे में बच्चों को सिखाना एक सतत प्रक्रिया है. समय-समय पर उनके साथ बातचीत करते रहें और उन्हें सुरक्षित रहने के लिए सिखाते रहें.
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