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योगेश्वर दत्त ने कहा - 'आर्मी पत्थर खाए तो नहीं है दिक्कत, हांथ-पैर बांधे नहीं लग रहा अच्छा'

जम्मू-कश्मीर में सेना की जीप पर कश्मीरी युवक को बांधकर घुमाने वाला वीडियो सामने आया है। जिसको लेकर प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है। ओलंपिक मेडल विजेता रेसलर योगेश्वर दत्त ने ट्वीट में लिखा, 'बाढ़ से बचाओ, फिर पत्थर खाओ तब तक लोगों को परेशानी नहीं है, अब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बांध दिए तो अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा।'

Updated on: 15 Apr 2017, 06:11 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में सेना की जीप पर कश्मीरी युवक को बांधकर घुमाने वाला वीडियो सामने आया है। जिसको लेकर प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी है। ओलंपिक मेडल विजेता रेसलर योगेश्वर दत्त ने ट्वीट में लिखा, 'बाढ़ से बचाओ, फिर पत्थर खाओ तब तक लोगों को परेशानी नहीं है, अब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बांध दिए तो अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा।'

योगेश्वर दत्त ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जो लोग पूछ रहे हैं कि कौन कितनी बार कश्मीर गया है तो बता दूं, एसी रूम में बैठ कर सनसनी नही फैलाते, हरियाणा के हर घर से एक सेना में जाता है। जब ऐसी स्थिति देखते है तो पड़ोस के बचपन के साथियों के लिए मन ख़राब होता है। देश के सम्मान बचाते हुए अपना मानमर्दन हो रहा है।'

इससे पहले सेना पर कश्मीरी युवकों द्वारा हमला करने का वीडियो सामने आने पर पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी निशाना साधा था। गंभीर ने लिखा, 'जवानों से बदसलूकी, मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हो रहा है। हमारे आर्मी जवान को मारे गए हर थप्पड़ के बदले 100 जिहादियों को मार देना चाहिए। जिसको भी आजादी चाहिए, वो देश छोड़कर चला जाए। कश्मीर तो सिर्फ हमारा है।'

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वीरेंद्र सहवाग ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा, 'इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आप हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। अब ये बंद हो जाना चाहिए। ये बदतमीजी की हद है।'

जम्मू-कश्मीर में जिस शख्स को आर्मी की जीप से बांधकर घुमाया गया, उसका नाम फारूख डार है। उसका दावा है कि 9 अप्रैल को बाई इलेक्शन में वोट डालकर वह अपनी बहन के घर जा रहा था। इसी दौरान आर्मी ने उसे पत्थरबाज समझकर पकड़ लिया।

आर्मी के सूत्रों ने बताया कि डार को हंगामे के दौरान पकड़ा गया। श्रीनगर में इलेक्शन के दिन हिंसा और आर्मी पर पथराव के बाद इसे पत्थरबाजों के खिलाफ शील्ड की तरह इस्तेमाल करना पड़ा। उसे सिर्फ 100 मीटर तक बांधकर रखा। बडगाम के बीरवाह में आर्मी की पांच गाड़ियों का काफिला जा रहा था। काफिले में आर्मी के जवान, ईसी के अफसर, आईटीबीपी के जवान और दो पुलिसवाले थे। तभी लोग छतों से पत्थर फेंकने लगे।

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हालात इतने ज्यादा बिगड़ गए कि गोली चलाने की नौबत आ गई। खूनखराबा रोकने के लिए मेजर ने एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांध दिया, ताकि लोग पत्थर न फेंकें। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

डिफेंस स्पोक्सपर्सन ने कहा, 'आर्मी वायरल वीडियो की जांच कर रही है।'

HIGHLIGHTS

  • आर्मी की पांच गाड़ियों के काफिले पर की पत्थरबाजी
  • मेजर ने एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांधा
  • आर्मी वायरल वीडियो की कर रही है जांच