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मोदी सरकार का बड़ा ऐलान, देश में जल्द इस रेट में मिलेगा पेट्रोल

केंद्रीय मंत्री गडकरी के अनुसार, किसान के ऊर्जादाता बनने से एथेनाॅल उत्पादन से देश की जनता को लाभ होगा. पेट्रोल की कम कीमत से महंगाई पर भी असर होगा.

Updated on: 05 Jul 2023, 05:08 PM

नई दिल्ली:

इलेक्ट्रिक वाहनों का विकल्प आने के बावजूद आज भी पीट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते ही महंगाई पर असर दिखाई देने लगता है. इनके दामों में कुछ पैसे की बढ़ोतरी सोशल मीडिया पर चर्चा विषय बन जाती है. आज के समय में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच चुका है. ऐसे में इनके दाम 15 रुपये प्रति लीटर हो जाएंगे, इस पर कोई यकीन नहीं कर सकता है. मगर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का दावा है कि जल्द ही पेट्रोल की लागत 15 रुपये प्रति लीटर के बराबर पहुंच सकती है. 

हालांकि गडकरी का ये बयान चौंकाने वाला जरूर है. मगर इसका अर्थ ये नहीं है कि गडकरी पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी की बात कर रहे हैं. बल्कि वह कार या किसी अन्य वाहन को चलाने वाले ईंधन की लागत को बता रहे हैं थे. यह दावा गडकरी ने राजस्थान के प्रतापगढ में एक कार्यक्रम के दौरान किया. 

गडकरी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि हमारी सरकार चाहती है कि किसान को अन्नदाता ही नहीं बल्कि ऊर्जादाता भी बनाया जाए. किसानों के तैयार एथेनॉल से गाड़ियां चलाने की तैयारी हो रही है. वे यह चाहते हैं कि 60 फीसदी गाड़ियां एथेनॉल से चलाईं जाएं. वहीं 40 फीसदी बिजली से चलें. इसकी लागत का अनुमान लगाया जाए तो यह पेट्रोल के 15 रुपये प्रति लीटर के भाव के बराबर होने वाली है. 

पेट्रोल की कम कीमत से जनता का लाभ होगा

गडकरी के अनुसार, किसान के ऊर्जादाता बनकर एथेनाॅल उत्पादन करने से देश की जनता का भला होगा. पेट्रोल की कम कीमत से जनता का लाभ होगा. इस ईंधन से गाड़ियों से निकलने वाले प्रदूषण में कमी हो सकेगी. देश में प्रदूषण घटने से जनता का भला होगा. पेट्रोल का आयात कम हो सकेगा. इस समय आयात 16 लाख करोड़ रुपये का हो रहा है. यह पैसा दूसरे देश में जाने की बजाय किसानों की जेब भरेगा. इस तरह किसान भी अमीर बन सकेंगे और उन्हें रोजगार का मौका मिलेगा. 

ईंधन दिवस के मौके पर बड़ा एथेनॉल प्लांट चालू किया

गौरतलब है कि एथेनाॅल एक खास ईंधन है जो गन्ने के रस के साथ जैविक उत्पादों से तैयार होता है. इस समय सरकार गन्ने के रस और मक्का से एथेनाॅल तैयार कर रही है. एथेनॉल ईंधन से प्रदूषण में कमी आती है. इस वजह से सरकार धीरे-धीरे मौजूदा पेट्रोल में एथेनॉल को मिला देती है. नितिन गडकरी पहले ही कह चुके हैं कि जल्द ही पूरे देश में एथेनॉल ईंधन से चलने वाली कार और अन्य वाहन बाजार में लाने की तैयारी कर रही है. केंद्र सरकार ने साल 2022 में विश्व जैव ईंधन दिवस के मौके पर बड़ा एथेनॉल प्लांट चालू किया था. यह प्लांट हरियाणा के पानीपत में तैयार है. हर साल एथेनॉल प्लांट से तीन करोड़ लीटर एथेनॉल बनाने का लक्ष्य रखा गया है.