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आखिर पाकिस्तान G20 का हिस्सा क्यों नहीं है, क्या इसके पीछे भारत का हाथ है?

पड़ोसी देश पाकिस्तान G20 का हिस्सा क्यों नहीं है? इसके पीछे अहम कारण क्या हो सकता है?

Updated on: 09 Sep 2023, 06:49 PM

highlights

  • G20 क्या है?
  • G20 20 देशों का एक समूह है
  • इस समूह की स्थापना 1999 में हुई थी

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में हो रहे G20 शिखर सम्मेलन पर दुनिया भर की नजर है. इस शिखर सम्मेलन में दुनिया के 20 देशों के ताकतवर नेताओं ने हिस्सा लिया है. भारत जिस तरह से इस आयोजन की मेजबानी कर रहा है उसे देखकर सभी के दिलों में खुशी देखी जा रही है लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा है. भारत की बढ़ती साख को देखकर पाकिस्तान के पेट में दर्द होने लगा है. आपको बता दें कि पाकिस्तान को इस तरह की मेजबानी का मौका पहले कभी नहीं मिला है. ऐसे में पाकिस्तान इस भव्य आयोजन को भारत में होता देख परेशान है. इस कड़ी में हम आपको बताएंगे कि पाकिस्तान G20 का हिस्सा क्यों नहीं है?

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आखिर ये G20 क्या है?
इससे पहले आइए जानते हैं कि G20 क्या है? G20 20 देशों का एक समूह है. इस ग्रुप में दुनिया के ताकतवर देश हैं. इस समूह की स्थापना 1999 में हुई थी. इस समूह का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग को बढ़ाना है. साथ ही दुनिया के देशों के साथ कदमताल के साथ चलना. इस ग्रुप की स्थापना के पीछे एक बड़ी वजह है जो हम आपको बताने जा रहे हैं.

साल 1999 में विश्व के कई देश आर्थिक संकट का शिकार हो गये. जिसके बाद कई देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने मिलकर एक फोरम बनाने की योजना बनाई. इसके बाद इस ग्रुप की नींव पड़ी. शुरुआती दौर में वित्त मंत्री और वहां के अधिकारियों के साथ बैठकें हुईं, लेकिन 2008 में एक बार आर्थिक मंदी के खतरे ने देशों को डरा दिया. ऐसे में विदेश मंत्रियों के बाद अब देश के प्रमुख इस समूह की बैठकों में हिस्सा लेने लगे.

पाकिस्तान G20 का हिस्सा क्यों नहीं है?
अब सवाल ये है कि पाकिस्तान इस ग्रुप में क्यों नहीं है? जब इस समूह की नींव रखी जा रही थी तो यह देखा गया कि किस देश की अर्थव्यवस्था मजबूत और प्रमुख है. इस आधार पर 20 देशों को समूह में शामिल किया गया है.जब देशों को इस समूह में शामिल किया जा रहा था, उस समय पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बहुत कमजोर थी, जिसके कारण पाकिस्तान को शामिल नहीं किया गया.

हालांकि पाकिस्तान ने बाद में कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान में आर्थिक संकट कभी ठीक नहीं हुआ, जिसके कारण पाकिस्तान का इस समूह में शामिल होने का सपना, सपना ही रह गया. इस समय की बात करें तो 2023 में पाकिस्तान की जीडीपी दुनिया भर में 25वें स्थान पर है.