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'अग्निपथ' पर ठिठके ट्रेनों के पहिए, 529 ट्रेनें हुईं रद्द, यात्री बेहाल

देशभर में पिछले पांच दिन से अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन रेल यात्रियों के लिए एक त्रासदी बन गई है. दरअसल, प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने सबसे ज्यादा  रेलवे स्टेशन और ट्रेन को ही निशाना बनाया.

Updated on: 20 Jun 2022, 02:57 PM

highlights

  • बंद के चलते 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें रद्द
  • प्रदर्शन से त्रस्त यात्री 2 दिन से कर रहे हैं ट्रेनों का इंतज़ार
  • खुले आसमान में रहने को मजूबर हुए यात्री, बच्चे भी परेशान

नई दिल्ली:

संजीव सिंहा (पटना)/राहुल डबास (नई दिल्ली). देशभर में पिछले पांच दिन से अग्निपथ योजना के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन रेल यात्रियों के लिए एक त्रासदी बन गई है. दरअसल, प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने सबसे ज्यादा  रेलवे स्टेशन और ट्रेन को ही निशाना बनाया. इस दौरान देश भर में दर्जन भर ट्रेने फूंक दी गई. नतीजन सुरक्षा के मद्दे नजर हिंसा प्रभावित राज्यों की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रेल प्रशासन ने रोक दिया है. लेकिन रेलवे के इस कदम से ट्रेन से सफर करने वालों के लिए एक त्रासदी बन गई है. घर से बाहर निकल चुके लोग रास्ते में फंसे हुए हैं. ये लोग खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हैं. पटना से लेकर दिल्ली तक एक ही जैसा नजारा देखने को मिल रहा है. 

खुले आसमान के नीचे यात्री सोने को हैं मजबूर
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर सबसे ज्यादा विरोध और हिंसा बिहार में हुई थी. लिहाजा, सबसे ज्यादा ट्रेनें बिहार की ही रद्द हुई है. इस रूट से गुजरने वाले जो लोग अपने -अपने घरों से अपनी मंजिल के लिए निकल चुके थे, उन यात्रियों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है. खिलाड़ी, तीर्थ यात्री, परिवार सब स्टेशन पर बेहाल दिखाई दे रहे हैं. यहां सैकड़ों की संख्या में लोग प्लेटफॉर्म तो छोड़िए स्टेशन के बाहरी परिसर में सोने के लिए मजबूर है. यहां छोटे-छोटे बच्चे इंतजार कर रो रहे हैं. महिलाएं बेबस हैं, बुजुर्ग परेशान हैं और मजदूर सिर पर समान रखकर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं.

इंतजार कर-कर हुआ बुरा हाल
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे लोगों का बुरा हाल हो चुका है. यहां एक परिवार सुबह 4:00 बजे से रेल का इंतजार कर रहा है, जबकि, उनकी रेल रात को 8:00 बजे चलेगी. यानी 12 घंटे से भी ज्यादा की देरी से चल रही है. वहीं, एक महिला अपने छोटे बच्चे के साथ कई घंटों से इंतजार कर रही है, जिसे बच्चे के लिए खाना तक नहीं मिल पाया है. यहां तक कि भारतीय सेना को ले जाने वाली ट्रेन भी देरी से चल रही है. हालांकि, देश के सिपाही इस आंदोलन पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है. 

 

बंद के चलते 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें रद्द
विरोध-प्रदर्शन के बीच रेल मंत्रालय ने कहा है कि अग्निपथ योजना को लेकर आंदोलन के कारण 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. वहीं, 4 मेल एक्सप्रेस और 6 पैसेंजर ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द की गई हैं. हालांकि, इस दौरान किसी भी ट्रेन को डायवर्ट नहीं किया गया है. वहीं, दिल्ली में शिवाजी ब्रिज पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के दौरान ट्रेन रोक दी है.