logo-image

बंगाल पंचायत चुनाव में पड़े 72 फीसदी वोट, हिंसा में गई 12 लोगों की जान

पश्चिम बंगाल में सोमवार को हुए पंचायत चुनाव के दौरान जमकर हिंसा हुई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग बुरी तरह घायल हो गए।

Updated on: 15 May 2018, 08:36 AM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में सोमवार को हुए पंचायत चुनाव के दौरान जमकर हिंसा हुई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग बुरी तरह घायल हो गए। पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में कुल 72.5 फीसदी वोट पड़े।

राज्य में चुनाव के दौरान हुई हिंसा और खूनखराबे को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल के डीजीपी सुरजीत कर ने कहा, '12 लोगों की मौत हुई है जिसमें 6 लोगों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पिछले साल चुनाव में 25 लोगों की मौत हुई थी। सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और हमें उम्मीद है कि बाकी बचाव चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न होगा।'

दूसरी तरफ चुनाव के दौरान हुई हिंसा, हत्या और बूथ कैप्चरिंग का मामला सामने आने के बाद वामपंथी दल और कांग्रेस ने राज्य चुनाव आयोग के भवन के बाहर प्रदर्शन किया।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम), रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और अन्य वामपंथी दलों के साथ कांग्रेस ने चुनाव आयोग के बाहर पंचायत चुनाव में हुई हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

राज्य में हिंसा की आशंका को देखते हुए कांग्रेस ने चुनाव से पहले राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि बंगाल में जो कुछ हुआ, वह लोकतंत्र की हत्या है।

चुनाव आयोग पर समय नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, 'यह कुछ नहीं बल्कि लोकतंत्र की हत्या है। चुनाव आयोग राजनीतिक प्रतिनिधियों से मिलने का समय नहीं दे रहा है। हम इसके खिलाफ विरोध कर रहे हैं।'

चुनाव के दौरान तृणमूल कार्यकर्ताओं ने अन्य दलों के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया। इस दौरान स्थानीय पत्रकारों पर भी हमला हुआ।

उन्होंने कहा, 'जो कैमरा में आएगा, वहीं तो मीडिया दिखाएगा। मीडिया ज्यादा नहीं दिखा रहा है। हम पत्रकारों के साहस की तारीफ करते हैं।'

गौरतलब है कि विभिन्न दलों के समर्थकों के बीच झड़प और हिंसा में अब तक 12 लोगों की मौत हो गई।

राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव नीलांजन शांडिल्य ने कहा, 'हमें अभी तक छह लोगों की मौत की टेलीफोनिक शिकायतें मिली हैं। हम लिखित पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।'

पुलिस ने कहा कि नदिया जिले में मतदान केंद्र के भीतर जाने का प्रयास कर रहे एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, जबकि तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की दक्षिण 24 परगना जिले के कुलटली में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) का कहना है कि उसके तीन कार्यकर्ताओं की उत्तर 24 परगना के अमडंगा में बम हमलों में मौत हो गई।

मुर्शिदाबाद जिले में दो की मौत हो गई, जबकि नदिया में भी एक की मौत हुई।

नदिया जिले के पुलिस महानिरीक्षक संतोष पांडे ने बताया, 'नदिया जिले के शांतिपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह स्थानीय लोगों ने तीन युवाओं की पिटाई की। पुलिस ने उन्हें बचाया और स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। इनमें से एक संजित प्रामाणिक की मौत हो गई।'

कुलटली पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आरिफ अली गजी को मतदान केंद्र से बाहर निकलते समय छाती में गोली मारी गई।'

माकपा के उत्तर 24 परगना के नेताओं का कहना है कि कच्चे बम के हमले में उनकी पार्टी के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

और पढ़ें: कर्नाटक चुनाव: नतीजा आने से पहले बोले सिद्धारमैया, दलित के लिए सीएम पद छोड़ने को तैयार

अमडंगा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने इस घटना के बारे में सुना है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।'

राज्य में पंचायत चुनाव के लिए सुबह सात बजे मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई, जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगी। इस दौरान 38,616 उम्मीदवार चुनावी मैदान में आमने-सामने है।

आंकड़ों से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने राज्य निर्वाचन आयोग से निर्विरोध जीतने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट जारी नहीं करने को कहा है।

और पढ़े: केंद्र ने कावेरी प्रबंधन योजना का ड्राफ्ट SC को सौंपा