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जाट आंदोलन: रेलवे ने बदले ट्रेनों के रूट, आंदोलनकारियों से ट्रेन बाधित न करने की अपील

आरक्षण को लेकर हो रहे जाट आंदोलन पर रेलवे के डीजीपीआरओ अनिल सक्सेना का कहना है कि हम आंदोलन कर रहे जाटों से अपील करेंगे कि वे रेल रुट को बाधित न करें।

Updated on: 23 Jun 2017, 05:40 PM

नई दिल्ली:

राजस्थान के भरतपुर में आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय के लोगों ने सभी रेल और सड़क मार्ग को जाम करना शुरू कर दिया है जिससे यात्रा करने वाले लोगों को भारी दिक्कतें हो रही है। जाट आंदोलन के चलते न सिर्फ रेल बल्कि सड़क मार्ग भी प्रभावित हो रहा है। रेलवे ने तीन ट्रेनों को रद्द कर दिया है जबकि 6 ट्रेनों के रूट को बदल दिया गया है।

रेलवे के डीजीपीआरओ अनिल सक्सेना ने बताया कि जाट आगरा से भरतपुर, भरतपुर से मथुरा में विरोध-प्रदर्शन कर रहे है। आरक्षण के चलते हो रहे इस आंदोलन से ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है।

अनिल सक्सेना का कहना है कि हमारी टीम ट्रेनों को कैंसिल और रद्द करने का सोच रहे है। हम आंदोलन कर रहे जाटों से अपील करेंगे कि वे रेल रुट को बाधित न करें।

प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने सुबह से ही अलवर, भरतपुर, डीग, बेढम और मुथरा रोड पर जाम लगाना शुरू कर दिया था और टायर जलाकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। रतपुर और धौलपुर जिलों को छोड़कर शेष पूरे राजस्थान में जाट समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के अंतर्गत आता है। प्रदर्शनकारी खुद को ओबीसी के अंतर्गत आरक्षण की मांग कर रहे हैं।

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स्थानीय कांग्रेस विधायक और भरतपुर राजघराने के पूर्व शासक रहे विश्वेंद्र सिंह ने इस विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया था।

विश्वेंद्र सिंह ने कहा, 'हम सरकार से चाहते हैं कि वह हमें आरक्षण दिए जाने का एक निश्चित समय दे। हम इस विरोध प्रदर्शन को तब तक करते रहेंगे, जब तक कि हमें आश्वासन नहीं मिल जाता। यह अंहिसात्मक विरोध प्रदर्शन होगा।'

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