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Parliament No-Confidence Motion: अविश्वास प्रस्ताव पर बोले PM मोदी- इनकी दुकान ने इमरजेंसी बेची, बंटवारा बेचा

Parliament No-Confidence Motion : संसद में विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में जवाब दिया और विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है.

Updated on: 10 Aug 2023, 07:13 PM

नई दिल्ली:

Parliament No-Confidence Motion : संसद में लगातार तीन दिनों से अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) संसद के निचले सदन यानी लोकसभा में पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति विश्वास जताया है और मैं देश की करोड़ों जनता के प्रति अपना आभार जताने के लिए यहां आया हूं. अविश्वास प्रस्ताव ईश्वर का आदेश है. विपक्ष 2018 में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे. तब मैंने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव हमारी पार्टी का फ्लोर टेस्ट नहीं है, बल्कि ये विपक्ष का ही फ्लोर टेस्ट है. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है.  

पीएम मोदी ने कहा कि संसद में विपक्ष ने गंभीरता नहीं दिखाई है. कई अहम बिलों को संसद में पारित किया गया है. विपक्ष ने ये सिद्ध कर दिया है कि उनके लिए देश से पहले दल है. आपको गरीब की चिंता नहीं है, बल्कि सत्ता की भूख की चिंता है. आपको देश के युवाओं की चिंता नहीं है, बल्कि राजनीतिक भविष्य की चिंता है. 2024 में एक बार फिर सारे रिकॉर्ड तोड़कर आएंगे. 2024 में हमें भव्य विजयी मिलेगी.

उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष तैयारी करके क्यों नहीं आते हैं. देश विपक्ष को देख रहा है और आपके एक एक शब्द को सुन रहा है. विपक्ष ने हर बार देशवासियों को निराशा दिया है. जिनके खुद के बही खाते बिगड़े होते हैं वो भी हमसे हिसाब ले रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने गुड़ का गोबर कर दिया. आखिर कांग्रेस की क्या मजबूरी थी कि अधीर रंजन चौधरी को दरकिनार कर दिया गया. अधीर बाबू के प्रति हमारी पूरी संवेदना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे, लेकिन उनको (विपक्ष) इसकी चिंता नहीं है... विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है, देश से पहले प्राथमिकता दल की है. मैं समझता हूं कि गरीब की भूख की चिंता नहीं है, आपको सत्ता की भूख सवार है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने इस प्रस्ताव पर किस तरह की चर्चा की है. मैं सोशल मीडिया पर देख रहा हूं कि 'आपके दरबारी भी बहुत दुखी हैं.' विपक्ष ने फील्डिंग का आयोजन किया, लेकिन चौके-छक्के यहीं से लगे. उन्होंने आगे कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 5 साल में साढ़े 13 लाख करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि जल जीवन मिशन से चार लाख लोगों की जान बची है. 

उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान देश के विकास पर होना चाहिए... यह समय की मांग है. हमारे युवाओं में सपनों को साकार करने की शक्ति है... हमने देश के युवाओं को भ्रष्टाचार मुक्त सरकार, आकांक्षाएं और अवसर दिए हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 3 दिन में विपक्ष के नेता भरपूर अशब्दों को प्रयोग कर रहे हैं. विपक्ष बोलता है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी.

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के लोगों को एक सीक्रेट वरदान मिला है कि ये जिनका बुरा चाहते हैं उसका हमेशा भला हो जाता है. इसका एक उदाहरण मैं ही हूं. मैं विपक्ष की गाली को टॉनिक मानता हूं. विपक्ष ने बैंकिंग सेक्टर का बुरा किया, लेकिन हमारे बैंकों का मुनाफा दोगुना हो गया. विदेशों से लोगों को लाकर आलोचना कराई गई. विपक्ष ने HAL का बुरा चाहा, लेकिन आज एचएएच देश की आन-बान-शान है. एलआईसी भी आज मजबूत हो रही है. 

उन्होंने आगे कहा कि सरकारी कंपनियों को गाली दे तो आप शेयर लगा दीजिए, फायदा ही होगा. जिन संस्थाओं की मृत्यु की बात करते हैं वो चमक जाता है. देश को कोसते हैं, लेकिन देश मजबूत होगा. इन लोगों को देश के परिश्रम, पराक्रम पर भरोसा नहीं है. हमारी सरकार के तीसरे टर्म में भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था होगा. जिम्मेदार विपक्ष सवाल पूछता है, सुझाव देता, लेकिन ये भी मुझे ही सिखाना पड़ेगा.

उन्होंने आगे कहा कि देश का विश्वास है कि आप 2027 में  जब अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, तब दुनिया में भारत की अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर होगी. कांग्रेस के शासन में गरीबी बढ़ी, देश कंगाल होने की कगार पर था. 2014 के बाद टॉप 5 में अपनी जगह बनाई. कांग्रेस को लगता है कि ये जादू से हुई. रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के बदौलत देश इस मुकाम पर पहुंचा है. निरंतर परिश्रम करते रहेंगे और परिणाम होगा कि हम तीसरे नबंर पर पहुचेंगे. विपक्ष की सोच अविश्वास से भरी है. 

पीएम मोदी ने आगे कहा कि विपक्ष ने हमारी सभी योजनाओं पर निराशा फैलाई और माखौल उड़ाया. विपक्ष ने मेक इन इंडिया का मजाक उड़ाया. कांग्रेस और उनके साथियों को भारत के सामर्थ्य पर भरोसा नहीं है. पहले की सरकारों को पाकिस्तान से प्रेम था, उनकी बातों पर ही भरोसा था. कश्मीर आतंकवाद की आग में जलता था, लेकिन पहले की सरकारों को हुर्रियत और आतंकवाद पर भरोसा था. अलगावदियों पर भरोसा था. भारत ने आतंकवाद पर स्ट्राइक किया. भारत की सेना पर भरोसा नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा था. विपक्ष के पास मैगनेटिक पावर है. भारत के लिए अपशब्द पर इनको भरोसा था. बेतुकी बातों को महत्व देना कांग्रेस की फितरत है.

उन्होंने आगे कहा कि इनको (विपक्ष) भारत के सामर्थ्य पर विश्वास नहीं है. इनको भारत के लोगों पर विश्वास नहीं है. लेकिन इस सदन को बताना चाहता हूं कि इस देश का भी, भारत के लोगों का कांग्रेस के प्रति अविश्वास का भाव बहुत गहरा है. कांग्रेस अपने घमंड में इतनी चूर हो गई है कि उसे ज़मीन नहीं दिखाई दे रही है. मैं विपक्ष के साथियों के प्रति संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. कुछ ही दिन पहले बंगलुरू में आपने मिल-जुलकर करीब 1.5-2 दशक पुराने UPA का क्रिया कर्म किया है, उसका अंतिम संस्कार किया है. लोकतांत्रित व्यवहार की मुताबिक मुझे आप लोगों को सहानुभूति व्यक्त करनी चाहिए थी.

उन्होंने आगे कहा कि इनको (विपक्ष) जिंदा रहने के लिए भी NDA का सहारा लेना पड़ा, लेकिन घमंड इतना कि NDA में भी दो 'I' पिरो दिए. पहला 'I' 26 दलों का गमन और दूसरा 'I' एक परिवार का गमन. खुद बचने के लिए NDA भी चुराया और इंडिया के भी टुकड़े किए (I.N.D.I.A में डॉट लगाकर).

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि हनुमान ने लंका नहीं जलाई, इनके घमंड ने जलाई है. जनता भगवान राम के रूप में ही है. घमंड की वजह से कांग्रेस 400 से 40 हो गई है. गरीब का बेटा प्रधानमंत्री बन गया, इन्हें बर्दाश्त नहीं है. कभी हवाई जहाज में इनके जन्मदिन पर केक कटते थे और आज गरीब के लिए वैक्सीन जाती है. कभी ड्राई क्लीन के लिए कपड़े जाते थे और आज गरीब आदमी हवाई जहाज से जाता है. मौज मस्ती के लिए नौसेना की जहाज मंगा लेते थे और आज फंसे भारतीयों को वापस लाती है. विपक्ष नामदार और हम कामदार हैं. 

उन्होंने आगे कहा कि इनकी दुकान ने इमरजेंसी बेची और बंटवारा बेचा है. डूबने वाले को तिनके का सहारा ही बहुत... दिल बहल जाए, फकत इतना इशारा ही बहुत. इतने पर भी आसमां वाला गिरा दे बिजलियां... कोई बतला दे जरा, ये डूबता फिर क्या करे.