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Nitin Gadkari: नितिन गडकरी का ऐलान, चुनाव में न पोस्टर लगाऊंगा-न चाय पिलाऊंगा; फिर भी...

Nitin Gadkari on politics of service : नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने जब नागपुर लोकसभा चुनाव से चुनाव लड़ने की घोषणा की, तो लोगों ने उन्हें चुनाव लड़ने से रोका. और कहा कि वो कांग्रेस का गढ़ है. लेकिन मैंने उसी सीट को चुना. और हर बार...

Updated on: 15 May 2023, 11:48 PM

highlights

  • अगले लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी नहीं लगवाएंगे पोस्टर
  • पोस्टर-बैनर और चाय से नहीं जीता जाता है चुनाव
  • काम के दम पर जनता करती है उम्मीदवार का चुनाव

नई दिल्ली:

Nitin Gadkari on politics of service : नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी ने लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल कर सरकार बनाई. अब अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. लेकिन नितिन गडकरी ने ऐसा बयान दिया है, जो हर किसी के गले नहीं उतरता दिख रहा है. नितिन गडकरी ने बाकायदा मंच से ऐलान किया है कि वो पोस्टर और चाय वाली पॉलिटिक्स नहीं करते, बल्कि वो पॉलिटिक्स को जनसेवा का एक माध्यम मानते हैं. उन्होंने कहा कि वो अगले चुनाव में किसी तरह का चुनाव प्रचार भी नहीं करने वाले, खास कर पोस्टरों और चाय वाला चुनाव प्रचार को बिल्कुल भी नहीं.

शेखावाटी पहुंचे थे नितिन गडकरी

नितिन गडकरी राजस्थान के सीकर जिले में बोल रहे थे, जहां वो देश के पूर्व उपराष्ट्रपति और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार रहे राजस्थान के तीन बार के पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत की पुण्यतिथि के मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने भैरोंसिंह शेखावत की राजनीति को याद किया और कहा कि बबोसा ने हमेशा अपने दम पर चुनाव जीता, क्योंकि वो जनता के लिए हमेशा खड़े रहते थे और कभी जनहित के कामों से पीछे नहीं हटते थे. 

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मैंने जानबूझकर कठिन सीट चुनी थी

नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने जब नागपुर लोकसभा चुनाव से चुनाव लड़ने की घोषणा की, तो लोगों ने उन्हें चुनाव लड़ने से रोका. और कहा कि वो कांग्रेस का गढ़ है. लेकिन मैंने उसी सीट को चुना. और हर बार बड़े अंतर से जीत हासिल की. इस बार पिछले बार के मुकाबले एक लाख से ज्यादा वोटों से जीतूंगा और वो भी बिना पोस्टर और चायवाली पॉलिटिक्स के.