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नागालैंड: NPF में फूट से राजनीतिक संकट, पूर्व CM के सरकार बनाने का दावे के बीच 4 मंत्री बर्खास्त

पूर्व मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग के शनिवार को राज्यपाल पी.बी.आचार्य को एक पत्र लिखकर नई सरकार बनाने के दावे के बाद मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु ने दस संसदीय सचिवों को बर्खास्त कर दिया है।

Updated on: 09 Jul 2017, 07:40 PM

नई दिल्ली:

नागालैंड में सत्ता पर काबिज नागा पीपुल्स फ्रंट (NPF) में आंतरिक कलह से राज्य सरकार के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है।

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग के शनिवार को राज्यपाल पी.बी.आचार्य को एक पत्र लिखकर नई सरकार बनाने के दावे के बाद मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु ने दस संसदीय सचिवों को बर्खास्त कर दिया है। साथ ही चार प्रमुख मंत्रियों को भी बर्खास्त कर दिया है। 

लीजीत्सु ने राज्यपाल पी.बी. आचार्य से गृहमंत्री यांथुगो पैटन, विद्युत मंत्री किपिली संगतम, राष्ट्रीय राजमार्ग व राजनीतिक मामलों के मंत्री जी.कातिओ आई और वन व पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन मंत्री इमकोंग एल. इमचेन को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की सिफारिश की।

पूर्व मुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग के शनिवार को राज्यपाल पी.बी.आचार्य को एक पत्र लिखकर नई सरकार बनाने के दावे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री ने यह कदम उठाया है। जेलियांग ने दावा किया है कि उन्हें एनपीएफ के 33 विधायकों व सात निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है।

अपने इस्तीफे की मांग के बाद लीजीत्सु ने एनपीएफ के चार विधायकों व छह निर्दलीय विधायकों को संसदीय सचिव के पद से बर्खास्त कर दिया। लीजीत्सु एनपीएफ प्रमुख हैं।

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नागालैंड सरकार ने जेलियांग को सलाहकार (वित्त) व नुकलोतोशी को मुख्यमंत्री के सलाहकार के पद से बर्खास्त करने की अधिसूचना जारी कर दी है।

विधायकों को बर्खास्त करने के अलावा एनपीएफ की अनुशासन कार्रवाई समिति ने शनिवार को दस विधायकों को पार्टी की प्राथमिक व सक्रिय सदस्यता से निलंबित कर दिया। निलंबित किए जाने वालों में पैटन, संगतम, आई इमचेन व शितोई, नुकलोतोशी, डेओ नुकु, नईबा कोन्याक, बेंजोंगलिबा व पूर्व मुख्यमंत्री जेलियांग शामिल हैं।

जेलियांस 41 विधायकों के साथ काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बोरगोस रिसॉर्ट में ठहरे हैं।

इमचेन ने आईएएनएस से कहा, 'हम सभी 41 एकजुट हैं और हम सिर्फ राज्यपाल आचार्य द्वारा जेलियांग को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किए जाने का इंतजार कर रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'हम पार्टी से निलंबित किए जाने की परवाह नहीं करते, क्योंकि जिन लोगों ने निलंबन के आदेश पर हस्ताक्षर किया है उनके पास जमीनी तौर पर समर्थन नहीं है।' उन्होंने ज्यादा कुछ खुलासा करने से इनकार किया।

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राज्यपाल को लिखे पत्र में जेलियांग ने कहा है, 'विधायकों ने मौजूदा शुरहोजेली लीजीत्सु से आग्रह किया है वे मुझे (जेलियांग) मुख्यमंत्री बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त करें। लीजीत्सु विधायक नहीं है।'

राज्यपाल आचार्य महाराष्ट्र में हैं, उनके कुछ दिनों में नागालैंड पहुंचने की उम्मीद है।

यह राजनीतिक अस्थिरता ऐसे समय में आई है जब लीजीत्सु उत्तरी अंगामी-1 विधानसभा निर्वाचक क्षेत्र से 29 जुलाई को उपचुनाव की तैयारी कर रहे हैं।

लीजीत्सु ने 22 फरवरी को मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया। यह पद जेलियांग के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद खाली हुआ। जेलियांग को जनजातीय समूहों द्वारा उनके नगर निगम चुनावों में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने के फैसले पर हिंसक विरोध का सामना करते हुए इस्तीफा देना पड़ा था।

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