logo-image

आसमान में दिखा भारत की ताकत, तेजस ने किया ये कारनामा, दुश्मनों की खैर नहीं

आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना साल 2021 में एचएएल से 83 विमानों के खरीद की डील की है.

Updated on: 28 Mar 2024, 07:54 PM

:

Tejas Mark 1A: भारतीय वायुसेना की ताकत एक बार फिर से बढ़ने वाली है. भारतीय वायुसेना एक बार बड़ा कारनामा कर दिखाया है. जानकारी के मुताबिक स्वदेशी तकनीक से लैस तेजस मार्क 1ए ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है. आपको बता दें कि ये उड़ान बेंगलुरु के हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के फैसलिटी सेंटर में हुई है. इस दौरान स्वदेशी लड़ाकू विमान हवा में करीब 18 मिनट तक रही. आपको बता दें कि तेजस को स्वदेशी कंपनी एचएएल के द्वारा तैयार किया गया है. ये मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस है और इसमें कई तरह के अपडेट किए गए हैं. आपको बता दें कि तेजस का पिछला वर्जन भारतीय वायुसेना में शामिल हो चुका है. 

माना जा रहा है कि तेजस के इस लेटेस्ट वर्जन को पाकिस्तान की सीमा के पास तैनात किया जा सकता है. इसे नाल एयरक्राफ्ट स्टेशन पर तैनात किया जा सकता है जो राजस्थान के बीकानेर में है. जानकारी के अनुसार इस लेटेस्ट वर्जन में नए रडार सिस्टम, एडवांस विजुअल रेंज मिसाइल और अटैक होने पर हमले से बचने के लिए तैयार होना शामिल है. आपको बता दें कि इस नए वर्जन की टेस्टिंग रिटायर ग्रुप कैप्टन केके वेणुगोपाल ने की है. आपको बता दें कि इस नए वर्जन को स्वदेशी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड कर रहा है. 

83 तेजस की डील

आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना साल 2021 में एचएएल से 83 विमानों के खरीद की डील की है. इसके लिए भारतीय वायुसेना ने तेजस मार्क 1 ए के लिए 46,898 करोड़ खर्च करेगा. कंपनी को डील के मुताबिक सभी 83 तेजस विमान फरवरी 2028 तक करने है. इसके साथ ही भारतीय वायुसेना एचएएल से 40 तजस के खरीद की डील कर चुकी है. इसके लिए 8802 करोड़ में एमओयू साइन किया गया है. इसमें 32 सिंगल सीट वाले हैं, दो डबल सीट वाले हैं जिसकी सप्लाई पूरी कर दी गई है. वहीं बाकी के 6 डबल सीटर वाले की सप्लाई होनी बाकी है.  

2200 किलोमीटर की रफ्तार

जानकारी के मुताबिक ये लड़ाकू विमान लाइट वेट है. इसकी अधिकम स्पीड 2200 किलोमीटर प्रति घंटा है. इसके साथ ही ये 50 हजार की हाईट तक पर उड़ान भर सकता है. इसके साथ ही इस विमान में 9 रॉकेट, बम और मिसाइल तैनात किया जा सकता है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसमें हैमर और ब्रहमोस मिसाइल से लैस किया जा सकता है.