logo-image

JKLF प्रमुख यासिन मलिक को श्रीनगर जेल से किया गया रिहा

जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता मोहम्मद यासीन मलिक को बुधवार को श्रीनगर के केंद्रीय कारागार से रिहा कर दिया गया।

Updated on: 31 May 2017, 07:39 PM

नई दिल्ली:

जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता मोहम्मद यासीन मलिक को बुधवार को श्रीनगर के केंद्रीय कारागार से रिहा कर दिया गया। मलिक को 28 मई को श्रीनगर के ऊपरी हिस्से मैसुमा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया था।

अदालत ने मलिक को पांच दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया था, जिसके बाद उन्हें केंद्रीय कारागार में रखा गया था।

बीते शनिवार को पुलवामा जिले के सैमोह गांव में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबजार बट और उसके एक सहयोगी फैजान अहमद के सुरक्षा बलों के हाथों मारे जाने के बाद मलिक त्राल में बट के घरवालों से मिलने गए थे, जिसके अगले दिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।

और पढ़ें: टेरर फंडिंग पर NIA हुआ सख्त, दो कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को पूछताछ के लिये बुलाया दिल्ली

हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज फारूक के साथा ही यासिन मलिक ने सबज़ार और फैज़ान के मारे जाने और सुरक्षा बलों की कार्रवाई के खिलाफ घाटी में दो दिनों (रविवार-सोमवार) के बंद का आह्वान किया था। अलगाववादी नेताओं ने मंगलवार को त्राल तक मार्च निकाल कर आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने की भी अपील की थी। 

मलिक को एहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया था ताकि घाटी में किसी भी तरह का भड़काऊ बयान देकर माहौल को और खराब न करें। 

और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेता गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक, यासीन मलिक गिरफ्तार