ISRO में दौड़ी शोक की लहर, अचानक आई बुरी खबर, सुनते ही सारे वैज्ञानिक हुए दुखी
N Valarmathi Passes Away:भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO) अपने चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर सुर्खियों में छाया हुआ है, लेकिन इस बीच एक बुरी खबर ने वैज्ञानिकों को दुखी कर दिया है
highlights
- ISRO वैज्ञानिकों में इस समय शोक की लहर दौड़ी हुई है
- इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी का निधन हो गया है
- वह इसरो के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 का भी हिस्सा थीं
New Delhi:
N Valarmathi Passes Away: एक ओर जहां पूरी दुनिया भारत को चंद्रयान-3 की सफलता के लिए बधाई दे रही है, वहीं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO) वैज्ञानिकों में इस समय शोक की लहर दौड़ी हुई है. दरअसल, इसरो की वैज्ञानिक एन वलारमथी का निधन हो गया है. उन्होंने 2 सितंबर को चेन्नई में अंतिम सांस ली. वलारमथी भारत के पहले स्वदेशी रडार इमेजिंग सेटेलाइट RISAT परियोजना की डायरेक्टर भी थीं. इसके साथ ही वह इसरो के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 का भी हिस्सा थीं. यहां तक की चंद्रयान काउंटडाउन में भी उन्होंने अपनी आवाज दी थी. वलारमथी के निधन से इसरो के वैज्ञानिकों में भारी दुख है.
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The voice of Valarmathi Madam will not be there for the countdowns of future missions of ISRO from Sriharikotta. Chandrayan 3 was her final countdown announcement. An unexpected demise . Feel so sad.Pranams! pic.twitter.com/T9cMQkLU6J
— Dr. P V Venkitakrishnan (@DrPVVenkitakri1) September 3, 2023
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जानकारी के अनुसार इसरो वैज्ञानिक वलारमथी का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ है.उनके निधन पर इसरों के पूर्व वैज्ञानिक वेंकटकृष्ण ने दुख प्रकट किया है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व वैज्ञानिक वेंकटकृष्ण ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स ( पूर्व में ट्विटर ) पर एक पोस्ट कर वलारमथी के निधन की जानकारी दी. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि श्रीहरिकोटा से इसरो के भविष्य के मिशनों की उलटी गिनती में वलार्मथी मैडम की आवाज नहीं होगी। चंद्रयान 3 उनकी अंतिम उलटी गिनती की घोषणा थी। एक अप्रत्याशित निधन. बहुत दुःख हो रहा है.प्रणाम!
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तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वाली वलारमथी ने अपनी अंतिम घोषणा 30 जुलाई को की थी. उस समय पीएसएलवी-सी56 रॉकेट ने एक कमर्शियल मिशन के तहत सिंगापुर के 7 उपग्रहों के लेकर उड़ान भरी थी.
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