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घायल नौसेना अधिकारी अभिलाष टॉमी को दक्षिण हिंद महासागर से सुरक्षित बचाया गया

दक्षिण हिंद महासागर में गोल्डन ग्लोब रेस में भाग लेते वक्त बुरी तरह घायल नौसेना अधिकारी अभिलाष टॉमी को फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और भारत की नौसेना ने मिलकर सुरक्षित बचा लिया है।

Updated on: 24 Sep 2018, 08:48 PM

नई दिल्ली:

दक्षिण हिंद महासागर में गोल्डन ग्लोब रेस में भाग लेते वक्त बुरी तरह घायल नौसेना अधिकारी अभिलाष टॉमी को फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और भारत की नौसेना ने मिलकर सुरक्षित बचा लिया है। स्वदेश निर्मित याट एस वी थुरिया पर भारत का प्रतिनिधिव्तव कर रहे कमांडर अभिलाष के जहाज का मस्तूल ऊंची लहरों और 130 किमी प्रतिघंटा की हवा चलने के वजह से पलट गया था और उन्हें कमर में भी चोट लग गई थी।

नौसेना के प्रवक्ता कैप्टेन डी के शर्मा ने बताया कि उन्हें सुरक्षित तरीके से बचा लिया गया है। उन्होंने कहा, 'उन्हें बचा लिया गया है और उन्हें फ्रांस के जहाज पर लाया गया। वह होश में और सुरक्षित हैं।'

अभिलाष टॉमी को बचाए जाने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने ट्वीट कर कहा, 'यह जानकर खुशी हुई कि भारतीय नौसेना कमांडर अभिलाष टॉमी को दक्षिणी हिन्द महासागर से बचा लिया गया है। इस साहसी समुद्रयात्री के बचाव में फ्रांसीसी एवं ऑस्ट्रेलियाई मित्रों की मदद की सराहना करता हूं। कामना है कि यह बहादुर नौसैनिक जल्दी स्वस्थ हो जाए।'

गौरतलब है कि अकेले अपनी नौका लेकर भ्रमण पर निकले 39 साल के नेवी कमांडर अभिलाष की क्षतिग्रस्त नौका को सबसे पहले नौसेना के पी8आई विमान ने देखा था।

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अभिलाष ने फ्रांस में रेस के आयोजकों से संपर्क कर कहा था कि वह हिल भी नहीं पा रहे हैं और उन्हें स्ट्रेचर चाहिए। अभिलाष को 2013 में अकेले विश्व भ्रमण के लिए उन्हें कीर्ति चक्र से भी सम्मानित किया जा चुका है।

भारतीय नौसेना में पायलट अभिलाष 52000 मील नौकायन कर चुके हैं। वह 2011 में केप टाउन से रियो तक रेस में, 2014 में स्पेनिश कोपा डेल रे रेस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्हें कई पदक भी मिल चुके हैं।