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मोदी सरकार ने कोरोना संकट में लिया बड़ा फैसला, तीनों सेना के रक्षा सौदों पर लगाया ब्रेक

. भारत में रक्षा सौदों को रोकने के लिए मोदी सरकार ने फैसला लिया है. तीनों सेनाओं से अपने आधुनिकीकरण के लिए किए जा रहे रक्षा सौदों को रोकने के लिए कहा गया है.

Updated on: 23 Apr 2020, 04:13 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया को थाम कर रख दिया है. अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है. यहां तक की अब इसका असर रक्षा सौदों पर भी पड़ने लगा है. भारत में रक्षा सौदों को रोकने के लिए मोदी सरकार ने फैसला लिया है. तीनों सेनाओं से अपने आधुनिकीकरण के लिए किए जा रहे रक्षा सौदों को रोकने के लिए कहा गया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक थल सेना, वायु सेना और नौसेना से कहा गया है कि देश में कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से जो स्थिति बनी है. वैसे में रक्षा सौदों को रोक देना चाहिए. सरकार ने कहा कि जब तक ऐसी स्थिति बनी रहती है तब तक रक्षा डील को रोक दें.

थल सेना अमेरिका और रूस से कर रही है रक्षा सौदा

बता दें कि तीनों सेनाएं कई रक्षा सौदें कर रही है, जो अलग-अलग चरण में पहुंच गया है. थल सेना अमेरिका और रूस समेत कई देशों से आर्टिलरी गन, टैंक और असॉल्ट राइफल रे रही है. वहीं वायु सेना फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान का सौदा कर रखी है. वहीं रूस से एस-400 वायु रक्षा हथियार प्रणाली के लिए भुगतान करने की प्रक्रिया में है.

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नौसेना अमेरिका से मंगा रही थी ये हेलिकॉप्टर 

अगर बात नौसेना की करते हैं तो नौसेना ने अमेरिका से 24 मल्टीरोल हेलिकॉप्टरों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. सरकार के आदेश के बाद अब ये तमाम डील पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया गया है. जब भारत में स्थिति बेहतर होगी तो इस डील को आगे बढ़ाया जाएगा.

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मोदी सरकार उठा रही है कठोर कदम 

बता दें कि लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हो रहा है. मोदी सरकार ने सांसदों की 30 प्रतिशत सैलरी कम कर दी है. वहीं सेंट्रल कर्मचारियों को जुलाई 2021 तक डीए (महंगाई भत्ता) देने पर रोक लगा दी है. मोदी सरकार का यह आदेश पेंशन पानेवालों पर भी लागू होगा.