हनीट्रैप मामले में खुफिया एजेंसी को मिली सफलता, ISI का एजेंट गिरफ्तार, 17 बार चुका है पाकिस्तान
हनीट्रैप मामले में स्पेशल पुलिस स्टेशन और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट गिरफ्तार किया है.
नई दिल्ली:
जयपुर में स्पेशल पुलिस स्टेशन और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने हनी ट्रैप के मामले में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट गिरफ्तार किया है. आरोपी मोहम्मद परवेज दिल्ली का रहने वाला है. मोहम्मद परवेज मोबाइल रिटेलरों से मिलीभगत कर फर्जी तरीके से सिम लेता था. आरोपी व्हाट्सएप के जरिए गोपनीय सूचना देता था. गोपनीय सूचना भारतीय सेना के जवानों को हनी ट्रैप में फंसा कर ली रही थी. इसके बाद सेना से जुड़ी सूचना पाकिस्तान को देता था. फिलहाल, खुफिया एजेंसी पूरे मामले की गहन जांच पड़ताल कर रही है.
यह भी पढ़ें ः बिहार एटीएस को मिली बड़ी कामयाबी, पटना से दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा के निर्देशन में स्पेशल पुलिस स्टेशन ने जयपुर में हनीट्रैप मामले में बड़ी कामयाबी हासिल की है. स्पेशल पुलिस ने पाक खुफिया एजेंसी के इशारे पर काम करने वाले दिल्ली निवासी एर्जेंट मोहम्मद परवेज पुत्र स्वर्गीय मोहम्मद अनवर (42) निवासी 1867, गली पत्ते वाली, सुईवालान, पुलिस थाना चांदनी महल, दिल्ली को गिरफ्तार किया है. इसके बाद पुलिस ने मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट जयपुर महानगर के समक्ष पेश कर अनुसंधान हेतु 29 मार्च तक के लिए रिमांड में ले लिया है.
उमेश मिश्रा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि अभियुक्त मोहम्मद परवेज के पाक खुफिया एजेंसी के हैंडलर ऑपरेटरों से सीधे संपर्क जुड़े हुए हैं. अभियुक्त द्वारा विगत 18 वर्षों में 17 बार पाकिस्तान की यात्रा की है और अभियुक्त द्वारा सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं पाक खुफिया एजेंसी तक पहुंचाने में सहयोग हेतु आवश्यक मदद भारत निवास के दौरान एवं पाकिस्तान भ्रमण के दौरान की जाती रही है.
उन्होंने बताया कि अभियुक्त द्वारा दिल्ली पाक दूतावास से लोगों को जल्दी पाकिस्तानी वीजा दिलवाने का आश्वासन देकर पासपोर्ट, फोटो तथा रुपये ले लिए जाते थे. इसके बाद लोगों के पासपोर्ट एवं फोटो के आधार पर फर्जी तरीके से सिम कार्ड मोबाइल सिम विक्रेता रिटेलरों से मिलीभगत कर जारी करवा कर सिमों को एक्टिवेट कराने के उपरांत उक्त मोबाइल नंबर पाक हैंडलिंग ऑपरेटरों को शेयर कर व्हाट्सएप डाउनलोड कर गोपनीय कोड भी शेयर किए जाते थे.
उमेश मिश्रा ने बताया कि उक्त भारतीय मोबाइल नंबरों पर पीआईओ द्वारा छद्म नाम से व्हाट्सएप संचालित कर सेना के जवानों से दोस्ती कर सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं प्राप्त की जा रही थीं. अभियुक्त को इस कार्य के लिए पाक खुफिया एजेंसी द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जाती थी. पूर्व में राष्ट्र विरोधी कार्यकलापों में लिप्त पाए जाने पर मोहम्मद परवेज को एनआईए द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Heeramandi: नेटिजेंस ने निकाली संजय लीला भंसाली की सीरीज में ये गलतियां, जानें क्या है पॉइट्स
-
Bharti Singh Hospitalization: कॉमेडियन भारती सिंह हुई अस्पताल में भर्ती, बॉडी के इस हिस्से की होगी सर्जरी
-
Jyothika Trolled: फिल्म प्रमोशन में शैतान एक्ट्रेस ज्योतिका ने कर दी ऐसी हरकत, सोशल मीडिया पर बन रहा मजाक
धर्म-कर्म
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पारण, जानें व्रत खोलने का सही तरीक
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Varuthini Ekadashi 2024: बरूथिनी एकादशी व्रत आज, जानें इसका महत्व, पूजा विधि और कथा
-
Varuthini Ekadashi 2024: वरुथिनी एकादशी पर अपनी राशि के अनुसार जपें मंत्र, धन वृद्धि के बनेंगे योग