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दिल्ली विधानसभा से मार्शल ने बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता को बाहर निकाला, केजरीवाल के कथित भ्रष्टाचार पर स्थगन प्रस्ताव की कर रहे थे मांग

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को मार्शलों ने मंगलवार को सदन से बाहर कर दिया। गुप्ता ने विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान सत्ताधारी आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और हंगामा किया।

Updated on: 09 May 2017, 07:19 PM

highlights

  • दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को मार्शलों ने मंगलवार को सदन से बाहर कर दिया
  • गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और हंगामा किया

New Delhi:

दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता को मार्शलों ने मंगलवार को सदन से बाहर कर दिया। गुप्ता ने विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान सत्ताधारी आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और हंगामा किया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक गुप्ता ने दिल्ली के स्वास्थ्य और शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन की संलिप्तता वाले 1,000 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले का आरोप लगाया, और इस पर बहस की मांग करते हुए एक स्थगन प्रस्ताव पेश किया। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने स्थगन प्रस्ताव की अनुमति नहीं दी।

गोयल द्वारा बार-बार अनुरोध करने और चेतावनी देने के बाद भी भाजपा नेता ने हंगामा जारी रखा, जिसके बाद उनके आदेश पर विजेंद्र गुप्ता को सदन से बाहर कर दिया गया।

गोयल ने कहा कि उन्होंने मार्शलों से उन्हें बाहर निकालने का आदेश दिया। उन्होंने कहा, "मैं आदेश देता हूं कि गुप्ता को दिन भर के लिए सदन से बाहर निकाला जाए।"

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इसके बाद गुप्ता ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के साथ मिलीभगत कर सत्येंद्र जैन 1000 करोड़ रुपये से अधिक के भूमि घोटाले में शामिल हैं।

गुप्ता ने कहा, 'दिल्ली में जैन ने पांच फर्जी कंपनियों के जरिए लगभग 200 बीघा जमीन खरीदी है। जमीन 53 लाख रुपये प्रति एकड़ में खरीदी गई है, जबकि बाजार में इसकी कीमत 2-3 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है।'

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उन्होंने कहा, 'इस सौदे के लिए राज्य शहरी विकास मंत्रालय का इस्तेमाल किया गया, जिसका उद्देश्य 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई करना था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिर्फ इसकी जानकारी ही नहीं है, बल्कि इसमें उनकी पूरी भागीदारी भी है।'

उन्होंने यह भी कहा कि बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने जैन द्वारा केजरीवाल को दो करोड़ रुपये सौंपने का जो आरोप लगाया है, वह इस कथित भूमि सौंदे से संबंधित है।

गुप्ता ने कहा, 'जैन को न केवल मंत्री पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।'

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