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लोकसभा चुनाव

खेल मंत्रालय के फैसले पर बृजभूषण सिंह बोले- 'कुश्ती संघ से मेरा रोल खत्म, 12 साल तक कुश्ती के लिए काम किया'

खेल मंत्रालय के फैसले पर पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण ने कहा लोकतांत्रिक और प्रजातांत्रिक तरीके से सरकार की इच्छा और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव संपन्न हुआ. इसके बाद नई कार्यकारिणी का गठन हुआ. अब  उनको (महासंघ के सदस्यों का) को फैसला करना है कि सरकार से बात करनी है या कानूनी सलाह लेनी है ये उनका काम है.

Updated on: 24 Dec 2023, 04:01 PM

नई दिल्ली:

खेल मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय कुश्ती संघ को अनिश्चितकाल तक के लिए निलंबित कर दिया है. बीजेपी के सांसद बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह को 21 दिसंबर को हुए चुनाव के बाद अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद खिलाड़ियों ने विरोध शुरू कर दिया. भारी विरोध को देखते हुए खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ की नई कार्यकारिणी को रद्द कर दिया है. खेल मंत्रालय के फैसले पर पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण ने कहा लोकतांत्रिक और प्रजातांत्रिक तरीके से सरकार की इच्छा और सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव संपन्न हुआ. इसके बाद नई कार्यकारिणी का गठन हुआ. अब  उनको (महासंघ के सदस्यों का) को फैसला करना है कि सरकार से बात करनी है या कानूनी सलाह लेनी है ये उनका काम है. मेरे पास बहुत से काम हैं. मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है.

मैं कुश्ती से संन्यास ले चुका हूं- बृजभूषण सिंह

रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा कि कुश्ती संघ से मेरा रोल खत्म हो गया है. 12 साल तक मैंने कुश्ती के लिए काम किया. खेल का वातावरण शुरू करनावाना चाहते थे. लेकिन अगर किसी को इससे दिक्कत है तो वो अब सरकार से बात करें. मेरे काम का मूल्याकांन समय करेगा. उन्होंने आगे कहा कि पूर्व अध्यक्ष के नाते मैं बैठक में हिस्सा लिया था. अब मैं कुश्ती से संन्यास ले चुका हूं. लोकसभा चुनाव नजदीक है उसकी तैयारी करनी है. अब जो नई फेडरेशन आएगी  वो तय करेगी कि उसे कोर्ट जाना है या सरकार से बात करनी है.

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नड्डा से मुलाकात पर बोले बृजभूषण सिंह

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उनसे मैं मिलता रहता हूं और आगे भी मिलता रहूंगा. लोकसभा का चुनाव होने वाला है. ऐसे में उनसे मेरी मुलाकात होती रहेगी. इस मुलाकात में पहलवानों के संबंध में मेरी उनसे कोई बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने आगे कहा कि वो गोंडा, बलरामपुर और कासगंज से चुनाव लड़ चुके हैं और अब वो अपने घर कासगंज से ही चुनाव लड़ना चाहते हैं. बाकी पार्टी जो तय करेगी वहीं करूंगा.