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पीएम मोदी पर फिर गरजे यशवंत और शत्रुघ्न सिन्हा, कहा- देश में सब कुछ एक व्यक्ति की मर्जी से हो रहा

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में आज इमरजेंसी से भी बदतर हालात हैं.

Updated on: 11 Oct 2018, 05:24 PM

लखनऊ:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में आज इमरजेंसी से भी बदतर हालात हैं. लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजति कायस्थ सम्मान सम्मेलन में पहुंचे यशवंत सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है और अगर हम नहीं चेते तो देश को बहुत नुकसान होने वाला है. सिन्हा ने कहा कि आज एक बार फिर दुर्योधन और दु:शासन से लड़ने का वक्त आ गया है.

इस कार्यक्रम में अखिलेश यादव के साथ यशवंत सिन्हा के साथ-साथ बीजेपी में लंबे समय से बागी तेवर अख्तियार किए हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने भी मंच साझा किया. यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक व्यक्ति पूरी कैबिनेट पर भारी है, कश्मीर में जब राष्ट्रपति शासन लागू हुआ तो आपके गृह मंत्री को भी जानकारी नहीं थी.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा पिछले कुछ समय से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं. उन्होंने कहा, 'राफेल सौदा हुआ तो रक्षा मंत्री को जानकारी नहीं थी, नोटबंदी की जानकारी वित्त मंत्री को नहीं थी, प्रधानमंत्री विदेश दौरों पर जाते हैं लेकिन विदेश मंत्री को नहीं ले जाते, अब वो ट्विटर मंत्री हैं. क्या इस देश में सबकुछ एक व्यक्ति की मर्जी से होगा.'

यशवंत सिन्हा ने कहा, एम जे अकबर के बारे आज एक बार फिर बीजेपी ने अपनी टिप्पणी करने से मना कर दिया, उनकी छुट्टी अगर उत्तर प्रदेश में हो गई तो पूरे देश से छुट्टी हो जाएगी.

शत्रुघ्न सिन्हा ने भी राफेल पर घेरा

इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मोदी सरकार के खिलाफ अपनी बयानबाजी को जारी रखते हुए कहा कि अटल जी के वक्त में लोकशाही थी, आज तानाशाही है.

सिन्हा ने कहा कि, 'राफेल के बारे नें जनता जवाब जानना चाहती है, पब्लिक जानना चाहती है कि HAL को डील से हटाकर एक नई कम्पनी को काम दे दिया जो जहाज तो दूर मोटरसाइकिल भी बनाना नहीं जानती है.'

उन्होंने कहा कि सरकार ने मुझे भी डराने की कोशिश की, मेरी सुरक्षा हटा ली, लेकिन मैंने सच का दामन नहीं छोड़ा. कुछ नहीं मिला तो बम्बई में मेरा टॉयलेट ही तोड़ दिया, खिसियाई बिल्ली खम्भा नोचे.

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बीजेपी नेता ने एक बार फिर अपने ही सरकार के निर्णय के खिलाफ कहा, 'नोटबंदी पार्टी का फैसला नहीं था. पार्टी का फैसला होता तो आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा और मुझे भी मालूम होता. प्रधानमंत्री ने खुद GST का विरोध किया था और रात में 12 बजे GST लागू कर दिया.'

लंबे समय से बीजेपी के खिलाफ दोनों नेता

बता दें कि बीजेपी और पीएम मोदी के खिलाफ दोनों नेताओं ने लंबे समय से अभियान सा छेड़ रखा है. यशवंत सिन्हा ने इसी साल 21 अप्रैल को पार्टी को छोड़ दी थी और कहा कि वह भविष्य में किसी भी पद के दावेदार नहीं होंगे. बीजेपी छोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है.

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यशवंत सिन्हा ने अंतिम बार 2009 में झारखंड के हजारीबाग लोक सभा सीट से चुनाव लड़ा था. वहीं 2014 में इसी सीट से उनके बेटे और केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने चुनाव लड़ा था. वहीं शत्रुघ्न सिन्हा अभी भी बिहार के पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं.

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