एमसीडी चुनावों में 'आप' क्यों हुई साफ, जानिए पार्टी की हार के मुख्य कारण
इन चुनावों में जहां एक ओर बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की वहीं दिल्ली विधानसभा चुनावों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) कहीं पीछे चली गई है।
highlights
- जनता के मुद्दे छोड़ पार्टी ने गिनाई दूसरी पार्टी की कमियां
- शुंगलु कमेटी और महंगे लंच पर नहीं दे सके पुख्ता जवाब
नई दिल्ली:
दिल्ली नगर निगम चुनावों के रिजल्ट आ चुके हैं। इन चुनावों में जहां एक ओर बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की वहीं दिल्ली विधानसभा चुनावों में एकतरफा जीत दर्ज करने वाली आम आदमी पार्टी (आप) कहीं पीछे चली गई है। कांग्रेस भी नतीजों में तीसरे नंबर पर पहुंच गई है।
ऐसे में आप की हार पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जिस पार्टी ने विधानसभा चुनावों में दूसरी किसी पार्टी को बहुत पीछे छोड़ दिया था उसका इतना बुरा हश्र कैसे हो गया? सोशल मीडिया पर भी कई राजनीति के विशेषज्ञ एक्टिव हो गए हैं। कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि आप को इतनी करारी हार क्यों मिली।
'मोदी-मोदी' के कारण मिली हार
एमसीडी चुनावों में आप नेताओं के सारे दांव फुस होते नजर आए। अरविंद केजरीवाल ने विकास के मुद्दों से ज्यादा बीजेपी की बुराईयां गिनाने में ज्यादा जोर दिया। यही इस चुनाव की मुख्य वजह रही जिससे जनता ने आप से विश्वास खोया।
और पढ़ें: केजरीवाल ने बीजेपी को दी बधाई, कहा- दिल्ली के लिए मिलकर काम करेंगे
केजरीवाल को भी यह पता था कि बीजेपी अन्य राज्यों के चुनाव में कमाल कर रही है फिर भी प्रधानमंत्री पर वे लगातार ही आरोप लगाते रहे। उन्होंने हर बार यही कहा कि केंद्र सरकार उन्हें दिल्ली में काम नहीं करने दे रही है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जितना काम किया उतना किसी सरकार ने नहीं किया।
मंहगे लंच में घिरी पार्टी
आप पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपने घर में सलाना जश्न की पार्टी रखी थी। पार्टी में जो खाना पार्टी के अन्य सदस्यों को परोसा गया था उस खाने की कीमत 12 हजार रुपए प्रति प्लेट थी। इस पर विपक्ष ने आप सरकार को घेरा था। इस मुद्दे पर पार्टी का किसी तरह का स्पष्टीकरण नहीं आया था। बता दें कि 80 लोगों की इस पार्टी में करीब 11 लाख रुपए खर्च किए गए थे।
शुंगलु कमेटी की रिपोर्ट से सरकार के कामों पर सवाल
तीन सदस्यीय शुंगलु कमेटी ने आप सरकार के कामकाज को लेकर कई गंभीर मामले उजागर किए थे। इस कमेटी ने 404 फाइलों की जांच के बाद 101 पन्नों की रिपोर्ट में केजरीवाल सरकार के द्वारा की गई नियुक्तियों और आवंटनों पर सवाल उठाए थे। इस रिपोर्ट से भी केजरीवाल सरकार से जनता का अविश्वास मिला।
और पढ़ें: पूर्व सीएम ने कांग्रेस को बताया देश की रूह, कहा हारने पर खत्म नहीं होगी पार्टी
ईवीएम मुद्दे से भी लोग खफा
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हाल ही में ईवीएम मशीनों को हार की वजह बताया गया। ऐसे में केजरीवाल ने भी ईवीएम का मुद्दा उठाया था। लेकिन, एमसीडी चुनावों में इस मुद्दों को कुछ ज्यादा ही तूल दी गई। इस वजह से भी आप पार्टी को काफी नुकसान झेलना पड़ा है।
पार्टी के नेताओं पर लगे कई आरोप
दिल्ली में सरकार बनाने के बाद आप के कई नेताओं पर अलग-अलग तरह के आरोप लगाए गए जिससे भी पार्टी की छवि को भारी नुकसान हुआ। कभी सेक्स सीडी कांड तो कभी भ्रष्टाचार के आरोप। आप नेता का शराब पीकर सड़कों पर हंगामा जैसे कुछ मामलों ने पार्टी को छवि को खराब किया है। पार्टी ने इसके बाद भी दूसरी पार्टी को ही इसका जिम्मेदार बताया।
और पढ़ें: बीजेपी की जीत पर बोले लालू यादव- ईवीएम का है कमाल, एकजुट होना होगा
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Rakhi Sawant Hospitalized: अस्पताल में भर्ती हुईं ड्रामा क्वीन राखी सावंत, डॉक्टरों ने बताई हालत गंभीर
-
Sonali Bendre-Shoib Akhtar: सोनाली बेंद्रे से शादी करना चाहते थे शोएब अख्तर, दी थी किडनैप करने की धमकी
-
Abdu Rozik Wedding: शादी की खबरों पर ट्रोल हुए अब्दू रोजिक का फूटा गुस्सा, हेटर्स को लगाई लताड़
धर्म-कर्म
-
Masik Durga Ashtami May 2024: नौकरी में तरक्की चाहते हैं तो मासिक दुर्गाष्टमी पर करें ये उपाय
-
Vastu Tips For Wrist Watch: आपको कंगाल बना सकती है आपकी यह आदत, गलती से भी यहां उतारकर न रखें अपनी घड़ी
-
Lucky Girls Zodiac Signs: ससुराल वालों को करोड़पति बना देती हैं इन राशियों की लड़कियां
-
भगवान बदरीनाथ ने दिए शुभ संकेत, मूर्ति पर लगा घृत कंबल नहीं सूखा यानी देश खुशहाल रहेगा